Seohar Lok Sabha Election 2024 Date, Candidate Name: बिहार का सबसे छोटा जिला शिवहर शुरू में मुजफ्फरपुर उत्तर-पश्चिम सीट के रूप में जाना जाता था। बाद में इसका नाम पुपरी रख दिया गया था। इसमें सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र है। 1953 में लोकसभा के पहले चुनाव में इस सीट से जुगल किशोर सिन्हा ने जीत दर्ज की थी। वे फ्रीडम फाइटर थे और क्षेत्र में लोकप्रिय थे। अगले चुनाव में नाम बदलने के साथ ही सांसद भी बदल गये। पुपरी नाम होने पर यहां से कांग्रेस पार्टी के दिग्विजय सिंह ने जीत दर्ज की थी। बाद में उम्मीदवार जरूर बदलते रहे, लेकिन क्षेत्र पर कब्जा कांग्रेस का ही रहा। 1957 से 71 तक कांग्रेस उम्मीदवारों के जीतने का ट्रेंड चलता रहा।
शिवहर में कुल मतदाताओं की संख्या 16,86,215 है
शिवहर में कुल मतदाताओं की संख्या 1686215 है। इसमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 896691 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 789456 है। शिवहर लोकसभा सीट पर 2019 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रमा देवी ने कुल 6,08,678 वोट प्राप्त किया था। उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार सैयद फैसल अली को 3,40,360 वोटों से हराया था। सैयद फैसल अली को कुल 2,68,318 वोट मिले थे। 43.52 फीसदी साक्षरता वाले शिवहर लोकसभा क्षेत्र में 2011 की जनगणना के अनुसार एससी मतदाताओं की संख्या लगभग 2,37,071 है, जबकि एसटी मतदाताओं की संख्या शून्य है।
आपात काल के बाद मिला जनता पार्टी को मौका
आपात काल के बाद 1977 के चुनाव में यहां से जनता पार्टी के ठाकुर गिरजानंदन सिंह सांसद बने, तीन साल बाद ही 1980 के चुनाव में फिर यहां कांग्रेस का दौर लौट आया। 1984 में भी कांग्रेस को जीत मिली और राम दुलारी सिन्हा लगातार दूसरी बार सांसद बनी। इसके बाद फिर दौर बदला और सीट कांग्रेस से जनता दल के हिस्से में आ गया। 1989 और 1991 दोनों बार जनता दल के हरि किशोर सिंह को सफलता मिली।
1996 में समता पार्टी के आनंद मोहन सिंह यहां से निर्वाचित हुए। अगले चुनाव 1998 में वह फिर से यहां से जीते, लेकिन इस बार उन्होंने पार्टी बदल दी और आल इंडिया राष्ट्रीय जनता पार्टी के टिकट पर विजेता बने। 1999 के चुनाव में लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल से मोहम्मद अनवारूल हक को टिकट मिला और वे विजयी रहे। 2004 के चुनाव में भी उनकी पार्टी को जीत मिली और सीताराम सिंह यहां से सांसद बने।
2009 से 2019 तक लगातार तीन बार बीजेपी का कब्जा
2009 से बड़ा बदलाव आया। यहां से बीजेपी की उम्मीदवार रमा देवी यहां से पहली बार निर्वाचित हुईं। उनका कब्जा मोदी लहर में 2014 और 2019 भी रहा। इस तरह से रमा देवी ने तीन बार यहां से लगातार जीत हासिल की।
शिवहर जिला 1991 तक सीतामढ़ी जिले के एक उपमंडल का हिस्सा था। इसको 6 अक्टूबर, 1994 को बिहार सरकार ने अपनी अधिसूचना संख्या 286 के माध्यम से एक जिले का दर्जा दे दिया था। यह तिरहुत डिवीजन के उत्तरी भाग में स्थित है। यह उत्तर और पूर्व में सीतामढ़ी, दक्षिण में मुजफ्फरपुर और पश्चिम में पूर्वी चंपारण जिले से घिरा हुआ है।