राजस्थान में बीजेपी ने 115 सीटों के साथ बहुमत जीत हांसिल की है। इसी बीच लोग जानना चाह रहे हैं कि लाल डायरी से चर्चा में आए राजेंद्र गुढ़ा की उदयपुरवाटी सीट के क्या परिणाम रहे। इस सीट से राजेंद्र गुढ़ा चुनाव लड़ रहे थे। राजस्थान चुनाव से पहले लाल डायरी सुर्खियों में छाई रही। राजस्थान के सियासी गलियारे में लाल डायरी की खूब चर्चा रही।
हालांकि राजेंद्र गुढ़ा को इसका फायदा मिलता नजर नहीं आया। इनके लिए तो मामला उल्टा ही पड़ गया क्योंकि ये चुनाव हार चुके हैं। गुढ़ा तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने इस बार शिवसेना से चुनाव लड़ा था। गुढ़ा को महज 57,823 वोट ही मिले। वहीं बीजेपी के शुभकरन चौधरी को 67,983 वोट और कांग्रेस के भगवान राम सैनी को 68,399 को वोट मिले। इस तरह कांग्रेस के भगवान राम सैनी यहां से चुनाव जीत गए और गुढ़ा अपनी सीट नहीं बचा पाए।
दरअसल, गुढ़ा ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और लाल डायरी का इस्तेमाल अपनी ही पार्टी कांग्रेस को घेरने में की। ये अलग बात है कि बीजेपी ने लाल डायरी को विपक्ष के खिलाफ अच्छी तरह भूना लिया। यहां तक की पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस लाल डायरी का बार-बार जिक्र किया था। वे लगभग अपनी सभी सभाओं में लाल डायरी को लेकर कांग्रेस को घेरा। जिसका फायदा बीजेपी को मिला।
पिछली बार जीता था चुनाव
दरअसल, पूर्व विधायक और मंत्री गुढ़ा पिछली बार इस सीट पर बसपा की सीट से विधायक बने थे। संकट के समय उन्होंने गहलोत सरकार को बचाने में अपनी बड़ी भूमिका निभाई। हालांकि बाद में उनकी गहलोत से नाराजगी बढ़ गई। इसके बाद उन्होंने मचों से कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत करने लगे। दरअसल, गुढ़ा ने लाल डायरी का मुद्दा विधानसभा के अंदर सरकार के सामने उठाय था। उन्होंने अपनी ही सरकार कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया।
लाल डायरी के सामने आने के बाद गहलोत सरकार की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद गहलोत सरकार ने गुढ़ा बर्खास्त कर दियाच था। गुढ़ा के अनुसार, लाल डायरी में गहलोत के साथ दूसरे नेताओं के अवैध लेनदेन का हिसाब दर्ज है। इसके बाद लाल डायरी की कुछ तस्वीरें भी वायरल हुईं थीं।
पीएम मोदी ने भी लाल डायरी का जिक्र करते हुए कहा था कि कांग्रेस ने लूट की दुकान चलाई है जो लाल डायरी में बंद है। अगर इसके पन्ने खुल जाएं तो कांग्रेस का डिब्बा की गुल हो जाएगा।