राजस्थान में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य की 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव से पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने मंगलवार को टोंक विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। इस दौरान पायलट ने कहा कि उनका सीएम गहलोत से कोई मतभेद नहीं है।
टोंक विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करने जाते समय सचिन पायलट ने कहा कि सभी विधायक और कांग्रेस नेतृत्व तय करेगा कि नेतृत्व कौन करेगा, सीएम कौन होगा। कांग्रेस नेता ने कहा कि वर्तमान में ध्यान चुनाव जीतने पर होना चाहिए। सचिन पायलट ने कहा, “हमारा (अशोक गहलोत और सचिन पायलट) ना कोई मनभेद है, ना मतभेद है, ना कोई गुट है। हम सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”
पायलट ने कहा कि हमारी पार्टी में चेहरे की घोषणा की परंपरा नहीं
पायलट ने कहा कि हमारी पार्टी में चेहरे की घोषणा की परंपरा नहीं है। जीत के बाद विधायक और पार्टी नेतृत्व तय करते हैं कि कौन लीड करेगा। अभी हम सब पार्टी को जिताने की कोशिश में लगे हुए हैं।
कांग्रेस नेता पायलट ने कहा, “खड़गे जी ने मुझसे कहा कि भूल जाओ, माफ करो और आगे बढ़ो। मैं जो कह रहा हूं केवल उसके लिए जिम्मेदार हूं, दूसरे क्या कहते हैं इसके लिए नहीं। हमारा काम यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार बनाए। हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे और जीतने के बाद आलाकमान (सीएम चेहरा) तय करेगा।”
बीजेपी अपनी हार से डरी हुई है- सचिन पायलट
सचिन पायलट ने “बीजेपी अपनी हार से डरी हुई है, यही वजह है कि देशभर में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस बात को सभी ने स्वीकार कर लिया है और यह एक आम धारणा बन गई है।” उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इससे डरने वाले नहीं हैं और (राजस्थान में) स्पष्ट बहुमत के साथ सफलतापूर्वक सरकार बनाएंगे।
नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले पायलट ने भूतेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने टोंक शहर में बड़ा कुआं से पटेल सर्किल तक समर्थकों के साथ जुलूस निकाला। कांग्रेस नेता सचिन पायलट वर्तमान में टोंक से ही विधायक हैं। भाजपा ने टोंक सीट के लिए उम्मीदवार की घोषणा अभी नहीं की है। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 नवंबर है। पायलट ने 2018 के विधानसभा चुनाव में टोंक सीट भाजपा के यूनुस खान को 54,000 से अधिक मतों से हराकर जीती थी।