सातवें चरण के लिए प्रचार प्रसार खत्म होने से कुछ घंटे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भाजपा और प्रधानमंत्री पर कई आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने पिछले 15 दिनों में अपनी जनसभाओं में 232 बार कांग्रेस का नाम लिया, 758 बार अपना नाम लिया, 573 बार ‘इंडिया’ गठबंधन और विपक्ष का नाम लिया, लेकिन बेरोजगारी के बारे में एक बार भी बात नहीं की।
उन्होंने यह दावा भी किया, प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान 421 बार मंदिर-मस्जिद और समाज को बांटने की बात की। उन्होंने 224 बार मुसलिम, अल्पसंख्यक जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया। लेकिन चुनाव आयोग ने इसपर कोई कार्रवाई नहीं की। खरगे ने कहा, कांग्रेस हमेशा जनता की समस्याओं को ध्यान में रखकर काम करती है।
जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री और सोनिया गांधी संप्रग की प्रमुख थीं, तब हम गरीबों के लिए ऐसी योजनाएं लेकर आए, जिनसे गरीबों का फायदा हुआ। लेकिन नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी, महंगाई, आर्थिक असमानता, संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग जैसे मुद्दों को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा, हमने इन्हीं मुद्दों के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिसमें जनता का पूरा समर्थन मिला। इसलिए मैं अपने सभी साथियों को बधाई देता हूं, जो निडर होकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़े हैं।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि एक जून को होनी वाली ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में सिर्फ मतगणना की तैयारियों के संदर्भ में चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा, हमने पहले ही अपनी राज्य इकाइयों को फार्म 17सी के बारे में सजग कर दिया है। वेणुगोपाल ने कहा कि इस बैठक में ‘इंडिया’ गठबंधन के अधिकतर घटक दल शामिल होंगे तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी असमर्थता के बारे में सूचित किया है।
राहुल ने अपनी दादी और पिता की सरकारों को बताया पिछड़ा और गरीब विरोधी: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर अपनी ही दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की सरकारों को ‘पिछड़ा-विरोधी’ करार देने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि कोई भी समझदार व्यक्ति ऐसी कांग्रेस को ठोकर मार देगा। रक्षा मंत्री ने कुशीनगर में आयोजित एक चुनावी रैली में इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के घटक दलों- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर जोरदार निशाना साधा।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का हवाला दिया जिसमें उन्होंने कहा था, हमारे परिवार में प्रधानमंत्री कई रहे- परदादा (जवाहर लाल नेहरू), दादी (इंदिरा गांधी) और पिताजी (राजीव गांधी)। मैंने ‘सिस्टम’ को बहुत नजदीक से देखा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा कहकर उन्होंने बहुत कुछ स्वीकार कर लिया है। सिंह ने कहा, राहुल गांधी (खुद) कहते हैं कि तब का ‘सिस्टम’ पिछड़ा-विरोधी और गरीब-विरोधी था।
यानी (राहुल) अपने ही परदादा, दादी और पिताजी की सरकार को कह रहे हैं कि उस समय का ‘सिस्टम’ पिछड़ा और गरीब विरोधी था। ये बातें खुद राहुल गांधी कर रहे हैं, यानी वह स्वीकार कर रहे हैं कि उनकी सरकार दलित, गरीब और पिछड़े वर्ग की विरोधी थी। बताइए क्या ऐसा नेता आपने कहीं देखा है? अजीबोगरीब नेता हैं। सिंह ने बगल में ही बैठे पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए आरपीएन सिंह से मुखातिब होते हुए कहा, कोई भी समझदार पुरुष होगा तो ऐसी कांग्रेस को ठोकर मार देगा।
रक्षा मंत्री ने दावा किया, हम हिंदू-मुसलमान की राजनीति नहीं करते। हम सबको भारत का नागरिक मानते हैं। चाहे हिंदू हो, मुसलमान हो, ईसाई हो… हम कभी भेदभाव नहीं करते और न ही हमारे प्रधानमंत्री कभी ऐसा करते हैं। हमारी पार्टी के विचारधारा भी ऐसी नहीं है। विपक्ष हमारे बारे में गलतफहमी पैदा करता है। उन्होंने कहा, हम धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होने देंगे। मुस्लिम समाज में भी जो लोग गरीब हैं उनके लिए तो आरक्षण की व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है। आप (विपक्ष) कहते हैं कि धर्म के आधार पर आरक्षण देंगे। यह पूरी तरह से असंवैधानिक है।
