उत्‍तर प्रदेश के बीजेपी सांसदों से मुलाकात के बाद शुक्रवार (24 मार्च) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात और राजस्‍थान, गोवा, अंडमान एंड निकोबार और दमव न दीव के सांसदों को नाश्‍ते पर बुलाया। 7, लोक कल्‍याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास पर मोदी ने करीब 50 सांसदों के साथ आने वाले विधानसभा चुनावों (गुजराज और राजस्‍थान) पर चर्चा की। एक दिन पहले ही, मोदी ने यूपी के बीजेपी सांसदों को बुलाकर उन्‍हें साफ हिदायत दी थी कि वे योगी आदित्‍यनाथ से किसी तरह की सिफारिश न करें, न ही अफसरों के तबादले-पोस्टिंग के लिए दबाव बनाएं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएम मोदी ने भाजपा सांसदों से कहा कि वो अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों में अच्छे काम करना जारी रखें। एक पार्टी सूत्र ने बताया कि मोदी ने सांसदों से कहा कि प्रचंड जीत के बाद वापस ना बैठो और अच्छे शासन और विकास के लिए सरकार की कोशिशों की मदद करें। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में बदलाव के लिए काम करने को भी कहा।

यूपी में बीजेपी की शानदार जीत के बाद कई रिपोर्ट्स में ऐसा कहा गया है कि सरकार गुजरात के चुनावों में भी ‘मोदी लहर’ का फायदा उठाना चाहती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी और शाह इस साल जून में ही, गुजरात के विधानसभा चुनाव करवा सकते हैं।  भाजपा ने गुजरात चुनाव से पहले एक नया नारा दिया है- ”यूपी में 325, गुजरात में 150”, राज्‍य की 182 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 150 पर कब्‍जा करने का लक्ष्‍य निर्धारित किया है। जल्‍दी चुनाव करवाने की मोदी-शाह की मंशा के पीछे जुलाई में होने वाले राष्‍ट्रपति चुनाव को भी एक वजह माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से कहा कि मुझे पता है कि कुछ भाजपा सांसदों ने मतभेदों के चलते अपने संसदीय क्षेत्र में चुनावों में गड़बड़ की कोशिश की थी। एक सांसद ने कहा, ‘उन्होंने सभी सांसदों से इन मतभेदों को भूलने और अगर जरूरत है तो माफी मांगने के लिए कहा है। साथ ही कहा है कि 2019 के लिए मिलकर काम करें।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी सांसदों से बात की। सूत्रों ने बताया कि मोदी और अमित शाह के साथ सीनियर नेता राजनाथ सिंह, मुरली मनोहर जोशी और अनंत कुमार भी बैठे हुए थे।

नरेंद्र मोदी से जुड़ी सभी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।