Meghalaya Elections 2023: मेघालय में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी 60 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक आक्रामक प्रचार अभियान चला रही है। पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख अर्नेस्ट मावरी ने द इंडियन एक्सप्रेस से नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के साथ भाजपा के बिगड़ते संबंधों के बारे में बात की। उन्होंने पिछले पांच वर्षों से राज्य पर दोनों दलों के शासन, मेघालय विधानसभा चुनाव की संभावनाएं और ईसाई-बहुसंख्यक राज्य में भाजपा की बढ़ती स्वीकार्यता को लेकर अपनी बातें रखीं।
मेघालय भाजपा अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी की बातचीत का संपादित अंश:
सवाल – एनपीपी के साथ संबंधों में और कड़वाहट आ रही है। ताजा फ्लैशप्वाइंट तुरा में पीए संगमा स्टेडियम में प्रधान मंत्री मोदी की रैली थी। बीजेपी का आरोप है कि मेघालय सरकार ने अनुमति नहीं दी।
जवाब – पूरा प्रकरण बेहद निंदनीय है। यह स्टेडियम भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया था … देश के प्रधान मंत्री को अनुमति देने से इनकार करने की कल्पना करें। यह बहुत बड़ा अपमान है। इसके अलावा, परिसर या परिसर के किसी भी हिस्से में यह उल्लेख नहीं है कि इस परियोजना को पीएम मोदी के तहत केंद्र द्वारा वित्त पोषित किया गया था। हर जगह केवल मुख्यमंत्री कोनराड संगमा का नाम, उनकी बहन अगाथा का नाम और भाई जेम्स का नाम है।
सवाल – तो, क्या यह पांच साल का नाखुश गठबंधन रहा है?
जवाब – उनकी (एनपीपी की) बेवफाई के कारण … जब उनकी सभी योजनाओं को सीधे केंद्र द्वारा वित्त पोषित किया जाता है, तो उनके मन में केंद्र के प्रति आभार नहीं होता है। वे अब अपना चेहरा नहीं छिपा सकते… उनके भ्रष्टाचार का खुलासा हो गया है। अब समय आ गया है कि मेघालय की जनता उन्हें सत्ता से बाहर कर दे।
सवाल – क्या पिछले साल भाजपा उपाध्यक्ष बर्नार्ड मारक की गिरफ्तारी ने इसे और खराब कर दिया?
जवाब – इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी। क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है… लेकिन उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने पर रिहा कर दिया गया था। इससे पता चलता है कि वहां कुछ राजनीतिक बदले का मामला था।
सवाल – क्या बीजेपी मेघालय के इस चुनाव में बेहतर स्थिति में है?
जवाब – साल 2018 में हमने 47 सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल की। इस बार हम सभी 60 पर चुनाव लड़ रहे हैं। हमारे जमीनी सर्वेक्षणों से पता चलता है कि 20-25 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे काम के कारण भाजपा को स्वीकार किया है।
सवाल – लेकिन पार्टी की ईसाई विरोधी छवि का क्या?
जवाब – यह कांग्रेस, टीएमसी और यहां तक कि एनपीपी द्वारा किया गया दुष्प्रचार है। नौ साल से दिल्ली में पीएम मोदी के नेतृत्व में पार्टी द्वारा केंद्र की सरकार चलाई जा रही है और एक भी चर्च पर हमला नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात की और उन्हें मेघालय आने का न्यौता दिया। इसलिए उनके मन में ईसाइयों के खिलाफ कुछ भी नहीं है।
सवाल – आपने हाल ही में कहा था कि भाजपा को आपके बीफ खाने से कोई समस्या नहीं है…
जवाब – पूर्वोत्तर में, विशेष रूप से मेघालय में यह (बीफ) हमारी संस्कृति और खान-पान की आदत है … हर कोई बीफ खाता है। इसलिए, पार्टी में कोई भी हमसे नहीं कहता कि ‘वह (बीफ) मत लो’। यह लोगों की जीवनशैली है। भारतीय जनता पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
सवाल – मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा संभावित परिणाम है। अगर चुनाव के बाद ऐसी स्थिति आती है तो भाजपा किन दलों के साथ गठबंधन करने में सहज होगी?
जवाब – हम सभी 60 सीटों पर अकेले लड़ने जा रहे हैं। आइए हम 2 मार्च का इंतजार करें। हमारे पास दोहरे अंक होंगे और हम मेघालय में सरकार बनाएंगे। लेकिन हां, अगर जरूरत पड़ी तो हम समान विचारधारा वाली पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे, जो भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के हमारे रुख का समर्थन करने वाली होगी।