महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन ने सीट शेयरिंग पर समझौता कर लिया है। इसकी घोषणा भी 24 घंटे के अंदर हो सकती है। सूत्रों ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला शिवसेना गुट 48 लोकसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ेगा। तो वहीं कांग्रेस 18 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) 10 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

VBA को दो सीटें देंगे उद्धव ठाकरे

वंचित बहुजन अगाड़ी ने भी पांच सीटों की मांग की थी। अब उसे शिवसेना (यूबीटी) के हिस्से से दो सीटें मिलेंगी और निर्दलीय उम्मीदवार राजू शेट्टी को शरद पवार की एनसीपी समर्थन करेगी। सूत्रों ने यह भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) मुंबई की 6 लोकसभा सीटों में से चार पर चुनाव लड़ेगी। इन्हीं चार में से एक सीट मुंबई उत्तर पूर्व वंचित बहुजन अगाड़ी को दी जा सकती है।

एनडीटीवी के सूत्रों के अनुसार 39 सीटों के लिए बातचीत सुलझ गई है। मुंबई की दक्षिण मध्य और उत्तर पश्चिम सीटों पर मतभेद हैं। कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) दोनों ये सीट चाहते हैं। यह स्पष्ट नहीं है कि इस विवाद को कैसे सुलझाया गया है।

शिवसेना ने पिछली बार जीतीं थीं 18 सीटें

2019 के चुनाव में शिवसेना (तब एकजुट और भाजपा के साथ गठबंधन में थी) ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और 18 सीटें जीतीं थीं। इनमे मुंबई दक्षिण मध्य और उत्तर पश्चिम शामिल थीं। कांग्रेस ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था और केवल चंद्रपुर में जीत हासिल की। जबकि शरद पवार की एनसीपी ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और चार पर जीत हासिल की थी।

2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का दबदबा रहा और उसने जिन 25 सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से 23 पर जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा का शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार गुट) के साथ गठबंधन है। शिवसेना का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी का उप मुख्यमंत्री अजित पवार कर रहे हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारे का ऐलान हो चुका है। यूपी में कांग्रेस 17 और समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।