चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। महाराष्ट्र में पांच चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, सात मई, 13 मई और 20 मई को मतदान होगा। महाराष्ट्र की 48 सीटों पर पांच चरणों में वोटिंग की जाएगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि बीते साल महाराष्ट्र में हुई सियासी उथल-पुथल, दल बदलने के घटनाक्रम और बयानबाजियों का इस लोकसभा चुनाव पर क्या असर पड़ता है।
19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में आयोजित किए जाएंगे चुनाव
96.8 करोड़ मतदाताओं के लिए लोकतांत्रिक माहौल सुनिश्चित करने के प्रयास में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून तक 7 चरणों में आयोजित किए जाएंगे। वहीं मतगणना 4 जून को होगी। बता दें कि संसद के निचले सदन में योगदान देने के मामले में महाराष्ट्र 80 सीटों के साथ उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है।
महायुति गठबंधन में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना और अजीत पवार के नेतृत्व में राकांपा शामिल हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने लड़ी गई 25 सीटों में से 23 सीटें जीतीं जबकि अविभाजित शिवसेना ने 23 में से 18 सीटें हासिल कीं थीं। विपक्षी गठबंधन का हिस्सा अविभाजित राकांपा ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और चार पर जीत हासिल की थीं। 2022 में विभाजन के बाद शिवसेना ने पहले कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी। एकनाथ शिंदे ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था।
भाजपा ने हाल ही में महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिसमें नितिन गडकरी जैसे दिग्गज नागपुर से चुनाव लड़ रहे हैं और पीयूष गोयल मुंबई उत्तर से चुनावी शुरुआत कर रहे हैं। नितिन गडकरी आरएसएस के गढ़ से लगातार तीसरी जीत का लक्ष्य बना रहे हैं। भाजपा द्वारा बुधवार को जारी की गई 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में महाराष्ट्र के 20 उम्मीदवार शामिल हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दौरान मराठा आरक्षण की मांग, बड़ी परियोजनाएं और किसानों की समस्याएं प्रमुख मुद्दों के तौर पर राजनीतिक विमर्श के केंद्र में रह सकती हैं। दरअसल, उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र संसद के निचले सदन में सर्वाधिक सदस्य चुनकर भेजता है।