देश की 543 लोकसभा सीट के लिए सात चरणों में 19 अप्रैल से एक जून तक हुए चुनाव में फिल्मी दुनिया के कई नामचीन लोग मैदान में थे। इस लोकसभा चुनाव में मतदाताओं ने कई नए तो कई पुराने सिनेमा के सितारों को अपने जनप्रतिनिधि के रूप में पसंद किया है। इनमें पहली बार सांसद बनने वाले कंगना रनौत और अरुण गोविल से लेकर हेमा मालिनी और मनोज तिवारी तक हैं।

कंगना ने सीएम के बेटे विक्रमादित्य सिंह को हराया

हिंदी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंबे समय से समर्थक रनौत ने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से पहला चुनाव जीता है। उन्होंने छह बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को हराया है। कई बार अपने बयानों से विवाद में रहीं कंगना ने कहा था कि चुनाव जीतने के बाद अपना जीवन जन सेवा को समर्पित कर देंगी। सांसद के रूप में वह किस तरह काम करती हैं, इसे लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है।

रामायण के ‘राम’ ने सुनीता वर्मा से जीता चुनाव

इसी तरह नब्बे के दशक के धारावाहिक रामायण में राम का किरदार निभाकर मशहूर हुए अरुण गोविल को भाजपा ने पहली बार चुनाव में उतारा था। मेरठ लोकसभा सीट से उन्होंने समाजवादी पार्टी की सुनीता वर्मा को 10,585 मतों के अंतर से हराया है। वहीं, हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री हेमा मालिनी लगातार तीसरी बार मथुरा संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुई हैं। उन्होंने कांग्रेस के मुकेश धनगर को हराया है।

भोजपुरी एक्टर ने कन्हैया कुमार को हराय

भोजपुरी अभिनेता और गायक मनोज तिवारी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कांग्रेस के कन्हैया कुमार को पराजित किया है। वे भी इस सीट से लगातार तीसरी बार भाजपा सांसद के रूप लोकसभा पहुंचे हैं। दिल्ली में भाजपा ने उन्हें छोड़कर बाकी छह सीट पर उम्मीदवार बदल दिए थे। भोजपुरी सिनेमा जगत के एक और मशहूर कलाकार रवि किशन ने भी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से समाजवादी पार्टी की काजल निषाद को हराकर दूसरी बार लोकसभा में जाने का मौका प्राप्त किया है। केरल में अभिनय से राजनीति में आए भाजपा उम्मीदवार सुरेश गोपी ने त्रिशूर सीट पर पहली बार जीत हासिल की है। उन्होंने भाकपा के वीएस सुनीलकुमार को हराया है।

पश्चिम बंगाल की आसनसोल संसदीय सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार और दिग्गज अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के एसएस अहलूवालिया को शिकस्त दी है। वे इससे पहले भाजपा और कांग्रेस के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने 2022 में तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया और आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में जीत हासिल की। पूर्व अदाकारा और भाजपा सांसद स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश के अमेठी से कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा से इस चुनाव में हार गई हैं। सांसद और अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ भी इस बार समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव के सामने जीतने में विफल रहे। अभिनेता और जनसेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश की पिथापुरम विधानसभा सीट पर वाईएसआर कांग्रेस की वी गंगा को पराजित किया है।

बांग्ला फिल्मों में अभिनय करते हुए राजनीति में आईं तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार जून मलिया ने मेदिनीपुर निर्वाचन क्षेत्र में कड़े मुकाबले में भाजपा की अग्निमित्रा पाल को हरा दिया। मलिया मेदिनीपुर से पश्चिम बंगाल विधानसभा की सदस्य चुनी गई थीं। बांग्ला फिल्म और टेलीविजन की अभिनेत्री सायनी घोष ने पश्चिम बंगाल की जादवपुर सीट से भाजपा के अनिर्बान गांगुली को हरा दिया है। सायनी को इस बार अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती की जगह टिकट दिया गया था जो 2019 के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर जीती थीं।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम में, तृणमूल कांग्रेस की तीन बार की सांसद और अभिनेत्री शताब्दी राय ने भाजपा के देबतनु भट्टाचार्य के खिलाफ शानदार जीत हासिल की। राज्य के हुगली और घाटल निर्वाचन क्षेत्रों में लड़ाई तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के सेलिब्रिटी चेहरों के बीच थी। लेकिन दोनों में तृणमूल ने बाजी मारी। हुगली से अभिनेत्री रचना बनर्जी ने भाजपा की उम्मीदवार और अभिनेत्री लाकेट चटर्जी के खिलाफ जीत हासिल की। सांसद के रूप में यह रचना बनर्जी का पहला कार्यकाल होगा। तृणमूल कांग्रेस के देव अधिकारी ने साथी अभिनेता और भाजपा के हिरन चटर्जी को हराकर अपने निर्वाचन क्षेत्र घाटल पर कब्जा किया। यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा।