कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए केरल की वायनाड सीट से नॉमिनेशन फाइल कर दिया है। इस दौरान उनकी बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। वायनाड सीट का मुकाबला CPI की ओर से एनी राजा को मैदान में उतारे जाने के बाद काफी दिलचस्प माना जा रहा है। बीजेपी ने अपनी प्रदेश के प्रमुख नेता के सुरेंद्रन को यहां से मैदान में उतारा है।
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा–‘मैं पांच साल पहले वायनाड आया, जब आपने मुझे संसद सदस्य के रूप में चुना था। आपने तुरंत मुझे अपने परिवार का हिस्सा बना लिया। वायनाड के हर व्यक्ति ने मुझे स्नेह, प्यार और सम्मान दिया है और मुझे अपने जैसा माना।’
इस बार क्यों दिलचस्प है मुकाबला?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव-2019 में दो सीटों से चुनाव लड़ा था। एक वायनाड और दूसरी अमेठी थी। वह अमेठी से हार गए थे लेकिन वायनाड लोकसभा से बड़ी जीत मिली थी। राहुल गांधी को कुल 706367 वोट मिले थे वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार पी पी सुनीर कुल 274597 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। राहुल गांधी ने उन्हें 431770 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। CPI ने इस बार अपनी वरिष्ठ नेता एनी राजा को राहुल गांधी के सामने उतार दिया है। अगर 2014 के लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें तो इस सीट पर जीत तो कांग्रेस ने हासिल की थी लेकिन CPI को 356165 वोट मिले थे।
गौरतलब है कि कांग्रेस इस सीट पर 2009 से जीतती आ रही है और सीपीआई दूसरे नंबर पर रही है। इससे यह समझ आता है कि CPI का सीट पर अच्छा वोट बैंक है और अगर एनी राजा मैदान में हैं तो मतदान की धारा बदल भी सकती है। CPI का कहना रहा है कि राहुल गांधी उत्तर भारत से क्यों चुनाव नहीं लड़ते, उन्हें वायनाड जैसी सेफ सीट से चुनाव क्यों लड़ना चाहिए।