कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव से पहले JDS के आरसिकेरे विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवलिंगे गौड़ा ने अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया है। जेडीएस से दूरी बना चुके शिवलिंगे गौड़ा ने रविवार (2 अप्रैल) को विधायक पद से इस्तीफा दिया। संभावना है कि वह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

पिछले कुछ दिनों में जेडीएस छोड़ने वाले तीसरे विधायक

शिवलिंगे गौड़ा ने यहां विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़ी कागेरी से भेंट की और उन्हें अपना त्यागपत्र सौंपा। कर्नाटक के हासन जिले के आरसिकेरे से तीन बार के विधायक गौड़ा जदएस नेतृत्व के साथ अपने मतभेद को लेकर मुखर रहे हैं और हाल के दिनों में उन्होंने पार्टी से दूरी भी बनाये रखी है। उन्होंने हाल में कहा था कि वह कांग्रेस की ओर कदम बढ़ा सकते हैं और ऐसी संभावना है कि आगामी चुनाव में कांग्रेस उन्हें आरसिकेरे से अपना प्रत्याशी बना सकती है। गौड़ा पिछले कुछ दिनों में जेडीएस छोड़ने वाले तीसरे विधायक हैं।

2008 में पहली बार विधान सभा के लिए चुने गए

शिवलिंगे गौड़ा 2008 में पहली बार विधान सभा के लिए चुने गए। उन्होंने आरसिकेरे विधानसभा क्षेत्र में 93,986 वोट हासिल करके 2018 के चुनाव में जीत हासिल की थी। उन्होंने जेडीएस छोड़ने का फैसला किया है क्योंकि उन्हें पार्टी में अपेक्षित मान्यता और दर्जा नहीं मिला था। अब उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।

भाजपा विधायक एन वाई गोपालकृष्ण का इस्तीफा

गौरतलब है कि कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उससे पहले कुदलिगी से भाजपा विधायक एन वाई गोपालकृष्ण ने शुक्रवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उनके कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। गोपालकृष्ण ने स्पीकर विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी से उनके कार्यालय में मुलाकात की और इस्तीफा सौंपा। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने हाल ही में राज्य के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं डी के शिवकुमार और सिद्धारमैया से मुलाकात की थी और चर्चा की थी।

गोपालकृष्ण पहले कांग्रेस के साथ थे और चार बार (1997, 1999, 2004 और 2008) चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे। 2018 में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने चुनाव से पहले भाजपा का दामन थाम लिया था। पार्टी ने उन्हें मोलाकालमुरु के बजाय विजयनगर जिले के कुदलिगी से टिकट दिया। गोपालकृष्ण चुनाव जीतने में सफल रहे थे।