Jamshedpur Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी पार्टियां तैयारी में जुट गईं हैं। कई पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। वहीं कई कैंडिडेट्स की घोषणा करने वाले हैं। फिलहाल हम जमशेदपुर लोक सभा सीट की बात कर रहे हैं जो झारखंड के महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह सीट 1957 में अस्तित्व में आई थी। इस एरिया को टाटानगर नाम से भी जाना जाता है।
यह एरिया पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सीमा तक फैला हुआ है। यह खड़कई और सुवर्णरेखा नदियों से घिरा हुआ है। यहां काफी मात्रा में खनिज मिलता है। यहां टाटा कंपियियों की कई इकाई टिस्को, टाटा मोटर्स, टिस्कॉन, टिन्पलेट, टिमकन और ट्यूब डिवीजन स्थापित हैं। जमशेदपुर में फिलहाल बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपुर पश्चिमी छह विधानसभा क्षेत्र हैं।
2019 लोकसभा में क्या रहा चुनावी परिणाम?
बीजेपी, विद्युत बरन महतो-जीते, वोट- 679632
झारखंड मुक्ति मोर्चा, चंपई सोरेन-हारे, वोट- 377542
हार का अंतर- 302090
वोट- 67 %
पुरुष मतदाता- 872918
महिला मतदाता- 830305
कुल मतदाता- 1703279
दो बार से अधिक नहीं जीत पाया कोई नेता
जमशेदपुर लोकसभा सीट की यह खासियत है कि यहां कोई भी नेता दो बार से अधिक चुनाव नहीं जीत पाया। हालांकि इस सीट पर बीजेपी ने 6 बार जीत हांसिल की है। यहां कांग्रेस और झामुमो का दबदबा रहा है। यहां एक बार भाकपा और झाविमो ने जीत हांसिल की है। वहीं अलग-अलग पार्टी के टिकट पर लागातार चार शैलेंद्र महतो और आभा महतो (पति-पत्नी) का कब्जा रहा।
जानिए यहां का जातीय समीकरण
जमशेदपुर का फैसला आदिवासी, कुड़मी, उड़िया, बंगाली और बिहारी वोटर मिलकर करते हैं। यहां मुस्लिम, छत्तीसगढ़ी, कुशवाहा और यादव जैसी जातियों के मत का भी प्रभाव रहता है। माना जाता है कि यहां उड़िया, वैश्य, बिहारी मतदाताओं का झुकाव बीजेपी की तरफ रहता है। वहीं आदिवासी और महतो मतदाता अपने हिसाब से वोट देते हैं। वहीं कुड़मी जाति का वोट भी बीजेपी को जाता है। हालांकि अगर कोई कुड़मी प्रत्याशी खड़ा हो जाए तो इनका वोट उसकी तरफ चला जाता है। अब देखना है कि लोकसभा 2024 में किस पार्टी का कब्जा रहता है।