बेंगलुरु में 18 जुलाई को हुई विपक्ष की मीटिंग के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से बड़ा बयान सामने आया था। बैठक के बाद कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि कांग्रेस को पावर या पीएम पद में कोई इंटरेस्ट नहीं है। ऐसे में टीएमसी नेता ने मांग उठाई कि ममता बनर्जी को उम्मीदवार बनाया जाए।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस का प्रधानमंत्री फेस नहीं होने वाले बयान पर TMC नेता शताब्दी रॉय ने कहा कि तब तो हम चाहेंगे कि ममता बनर्जी हों।

कांग्रेस को प्रधानमंत्री पद में दिलचस्पी नहीं

विपक्षी दलों की बैठक के बाद खड़गे ने कहा था कि मैंने एमके स्टालिन के जन्मदिन पर चेन्नई में पहले ही कहा था कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है, इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है। यह हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए है।

ममता बनर्जी ने साधा कांग्रेस पर निशाना

बेंगलुरु में दो दिनों तक चले मंथन के बाद विपक्षी दलों के बड़े नेताओं ने बैठक में बनाई गई योजना के बारे में जानकारी दी। पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनडीए पर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने एनडीए को चैलेंज करते हुए कहा कि NDA या बीजेपी क्या आप INDIA को चुनौती दे सकते हैं? हमें अपने देश से प्यार है हम सच्चे देशभक्त हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के चुनावों के लिए विपक्षी गठबंधन को INDIA नाम दिया गया है, जोकि युवाओं, छात्रों, महिलाओं, किसानों समेत सभी के लिए है।

कौन हो सकता है विपक्ष का पीएम चेहरा?

वही, दूसरी ओर सी वोटर सर्वे में लोगों से पूछा गया कि अगर राहुल गांधी नहीं तो वे विपक्ष के पीएम चेहरे के रूप में किसे देखना चाहेंगे? जिसमें केवल 10 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने ममता को प्रधानमंत्री पद के संभावित दावेदार के रूप में देखा। वहीं, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल को 14 प्रतिशत लोगों ने राहुल गांधी की अनुपस्थिति में संभावित पीएम चेहरे के रूप में समर्थन दिया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार को भी 14 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने प्रधानमंत्री पद के चेहरे के रूप में देखा है। सीवोटर सर्वे के अनुसार, 33 प्रतिशत उत्तरदाता प्रियंकागांधी को पीएम चेहरे के रूप में देखना पसंद करेंगे।