गिरिराज सिंह: विवादों से है गहरा नाता, हिंदू छवि के फायर ब्रांड नेता
बिहार में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह अक्सर विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहते हैं। 16वीं लोकसभा तक वह नवादा के सांसद थे लेकिन इस बार उन्हें पार्टी ने बेगुसराय से चुनाव मैदान में उतारा और उन्होंने बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इससे पहले मोदी सरकार में वह राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर कैबिनेट में थे। उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग दिया गया था। पढ़िए उनका प्रोफाइल
रामविलास पासवान: दूसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनाए गए, चुनाव नहीं लड़ा
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष रामविलास पासवान दूसरी बार नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। इससे पहले 2014 में भी वो मोदी सरकार में खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे। इस बार उन्होंने लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि उनके बेटे चिराग पासवान मोदी सरकार में शामिल होंगे लेकिन आखिरकार उन्होंने ही मंत्री पद की शपथ ली। पढ़िए उनका प्रोफाइल
बाबुल सुप्रियो: विमान यात्रा में तय हुआ था टिकट, वहीं हमसफर भी मिलीं
बीजेपी के बाबुल सुप्रियो दोबारा पश्चिम बंगाल के आसनसोल से सांसद बने हैं। इस बार उन्होंने चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार और फिल्म अभिनेत्री मुनमुन सेन को हराया। पिछली सरकार में वो भारी उद्योग एवं लोक उद्यम राज्य मंत्री थे। बाबुल बीते पांच सालों में बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। पढ़िए उनका प्रोफाइल
अमित शाह: राजनीति के चाणक्य कहे जाते हैं, मोदी के चुनाव जिताऊ नेता
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को मौजूदा राजनीति का चाणक्य कहा जाता है। उन्हें चुनाव जिताऊ राजनेता के तौर पर भी प्रसिद्धि मिली है। इसके पीछे उनका आंकड़ों के साथ खेलने की राजनीतिक शक्ति और कौशल है। 1990 के दौरान जब गुजरात में राजनीतिक उथल-पुथल का दौर था, तब उन्होंने तत्कालीन गुजरात भाजपा संगठन सचिव नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में पूरे गुजरात में पार्टी के प्राथमिक सदस्यों का न केवल आंकड़ा जुटाया था बल्कि उसका दस्तावेजीकरण भी कराया। पढ़िए उनका प्रोफाइल
अरविंद सावंत: कभी थे एमटीएनएल इंजीनियर पर अब हैं मंत्री
मोदी सरकार 2.0 में मंत्री बने शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने दक्षिण मुंबई से चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस के कद्दावर नेता मिलिंद देवड़ा को 1 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। शिवसेना चाहती है कि सावंत को मानव संसाधन मंत्रालय या उर्जा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी जाए। अरविंद सावंत ने 1995 तक महानगर टेलिफोन नगर लिमिटेड यानी एमटीएनएल में बतौर इंजीनियर काम किया था। पढ़िए उनका प्रोफाइल
रमेश पोखरियाल निशंक: 2014 में नहीं मिला था मंत्री बनने का मौका, इसबार मोदी-शाह को भा गई सादगी
पिछली मोदी सरकार में सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को मंत्री बनने का मौका नहीं मिला था। इस बार निशंक की सादगी मोदी-शाह को भा गई और उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का फैसला हुआ। राजनीतिक अनुभव के लिहाज से देखें तो उत्तराखंड के पांचों बीजेपी सांसदों में रमेश निशंक का अनुभव सबसे अधिक है। पढ़िए उनका प्रोफाइल
धर्मेंद्र प्रधान: पीएम मोदी की खास पसंद, संगठन खड़ा करने में भी उस्ताद
धर्मेंद्र प्रधान ने न तो 2019 का लोक सभा का चुनाव लड़ा न ही ओडिशा विधान सभा का चुनाव लेकिन ओडिशा में बीजेपी की चुनावी कमान उनके ही कंधों पर थी। पार्टी ने बेहतर परफॉर्म भी किया। अब उन्हें फिर से इसका इनाम केंद्र सरकार में मंत्री पद के रूप में दिया गया है। प्रधान पिछली मोदी सरकार में भी मंत्री थे। पढ़िए उनका प्रोफाइल
एस जयशंकर: विदेश कूटनीति में माहिर हैं, डोकलाम विवाद में थी अहम भूमिका
1977 बैच के विदेश सेवा अधिकारी और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को भी पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी है। एस. जयशंकर ने चीन सीमा पर 2017 में हुए डोकलाम विवाद को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जानकार बताते हैं कि पिछले कार्यकाल में पीएम मोदी की विदेश नीति की पूरी संरचना इन्होंने ही तैयार की थी। पढ़िए उनका प्रोफाइल
प्रह्लाद जोशी: कर्नाटक में अहम भूमिका, 28 सीटों में से 26 एनडीए ने जीतीं
लोकसभा चुनाव 2019 में पीएम मोदी की एक बार फिर सरकार लाने में कर्नाटक का भी बड़ा योगदान है। 28 सीटों में से 26 एनडीए ने जीतीं। बीजेपी की इस उपलब्धि का निश्चित तौर पर इनाम भी मिलना तय था। तभी लगातार चौथी बार धारवाड़ से चुनाव जीतने वाले प्रह्लाद जोशी को मोदी कैबिनेट में शामिल करने का निर्णय लिया गया है। पढ़िए उनका प्रोफइल
निर्मला सीतारमण: मोदी सरकार की सबसे ओजस्वी, कार्यकुशल और साहसी केंद्रीय मंत्री
पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक हो या राफेल डील पर विपक्ष के तीखे हमलों का मुंहतोड़ जवाब हो, देश की रक्षा मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण की भूमिका बेहद यादगार साबित हुई। निर्मला सीतारमण ने राजनीति में महिला सशक्तिकरण की जो परिभाषा दी, उनका मुकाबला इंदिरा गांधी से लोग करने लगे। वह मोदी सरकार की सबसे ओजस्वी, कार्यकुशल और साहसी केंद्रीय मंत्रियों में से एक हैं। मोदी सरकार में उन्हें फिर एकबार शामिल किया गया है। पढ़िए उनका प्रोफाइल
नित्यानंद राय: अमित शाह के हैं करीबी, बिहार में लालू का विकल्प बनाना चाहती है बीजेपी
बिहार में भारतीय जनता पार्टी के मजबूत नेता और अमित शाह के करीबी नित्यानंद राय ने लोकसभा चुनाव में उजियारपुर संसदीय सीट से रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को हराया है। 2019 के चुनावी महासमर से पहले 2016 में ही शाह ने नित्यानंद राय को बिहार बीजेपी का अध्यक्ष बना दिया। नित्यानंद ने इस जिम्मेदारी को एक चुनौती के तौर पर लिया। पढ़िए उनका प्रोफाइल