मध्यप्रदेश में एग्जिट पोल के बाद भाजपा में हलचल बढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार शाम अपने आवास पर दो घंटे में दो अहम बैठकें कीं। पहली बैठक पार्टी पदाधिकारियों की थी। इसमें शिवराज ने कहा, ‘‘डरने की जरूरत नहीं। हमारी पार्टी प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाएगी।’’ इसके बाद शिवराज ने प्रमुख नेताओं के साथ भी चर्चा की।
कांग्रेस अध्यक्ष ने पलटवार किया
सूत्रों के मुताबिक, दोनों बैठकों में तय किया गया कि बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में निर्दलीयों से भी संपर्क किया जाए। शिवराज चौहान का कहना है कि वे दिन-रात जनता के बीच रहते हैं। उनसे बड़ा सर्वेक्षक कोई नहीं हो सकता। उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अब तो मान लेना चाहिए कि जनता से बड़ा कोई नहीं होता। जनता ने भाजपा की विदाई का मन बना लिया है।
प्रत्याशियों को दी सतर्क रहने की सलाह
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि दो दिन बाद होनी वाली मतगणना के दौरान कांग्रेस के लोग बाधा डाल सकते हैं। उनकी कोशिश होगी किसी भी तरह से व्यवधान डालकर मतदान को रोका जाए। उन्होंने भाजपा प्रत्याशियों को सतर्क रहने के लिए कहा।
‘हमेशा सही नहीं होते एग्जिट पोल’
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि एक्जिट पोल हमेशा सही साबित नहीं होते। सरकार तो हमारी ही बनेगी। पहले भी कई चुनावों में एग्जिट पोल गलत साबित हो चुके हैं। कांग्रेस के वनवास की अवधि पांच साल के लिए फिर बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सरकार बनाने की नहीं, बल्कि परिणाम आने के बाद अपने कुनबे में होने वाली कलह से निपटने की तैयारी करना चाहिए।