Bihar Elections 2020 के मद्देनजर RJD ने शनिवार को घोषणा-पत्र जारी कर दिया। पार्टी का दावा है कि अगर उनकी सरकार बनी, तो वे बजट का 22 फीसदी हिस्सा शिक्षा पर खर्च करेंगे, जबकि सूबे में पुरानी पेंशन व्यवस्था जारी रहेगी। साथ ही वादा किया गया गांवों को स्मार्ट बनाया जाएगा। राजधानी पटना में पार्टी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने राजद का घोषणा-पत्र जारी किया।
तेजस्वी ने बिहार चुनाव में बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बनाया है। उन्होंने अपना वादा दोहराते हुए घोषणा पत्र के जरिए कहा है सूबे में अगर उनकी सरकार आई, तो 10 लाख नौकरियां दी जाएंगी। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी ढांचे को सुधारा जाएगा।
बकौल तेजस्वी, “हमें बेहतर बिहार बनाना है। हमें इसके लिए राष्ट्रीय रोजगार औसत को पछाड़ना करना होगा…यह बदलाव के लिए हमारा वादा है। हम इसे साकार कर के दिखाएंगे। मैं फिर दोहराता हूं, नीतीश कुमार बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं। वह थक चुके हैं।”
उन्होंने इस दौरान पत्रकारों से कहा- भाजपा वाले बताएं कि उनका मुख्यमंत्री का चेहरा कौन है, नीतीश कुमार हैं? नीतीश कुमार ने तो 10 लाख नौकरियों पर ही हाथ खड़े कर दिए थे कि कहां से देंगे। तो बीजेपी कहां से देगी, नेतृत्व तो नीतीश कुमार कर रहे हैं, तो ये बेवकूफ किसे बना रहे हैं।
ये हैं मैनिफेस्टो की बड़ी बातेंः
– 10 लाख लोगों को नौकरी
– कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी नहीं
– 85% बिहारियों को आरक्षण
– उद्योगों के लिए नई नीति
– संविदा शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति
– नए आयोग बनेंगे (किसान, व्यावसायिक, युवा और खेल)
– किसानों की कर्जमाफी
– स्मार्ट गांवों में सीसीटीवी लगेंगे
– बुजुर्गों, गरीबों की पेंशन बढ़ेगी
– किडनी मरीजों का मुफ्त डायलिसिस
– हर जिले में मेडिकल कॉलेज, अस्पताल
– छात्रों को फ्री लैपटॉप
– सुरक्षा दस्ता का गठन