इंडियन प्रीमियर लीग टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के प्ले ऑफ में जगह बनाने के करीब पहुंची दो बार की पूर्व चैम्पियन कोलकाता नाइटराइडर्स सोमवार (16 मई) को यहां होने वाले चुनौतीपूर्ण मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ जीत दर्ज करने के लिए बेताब होगी। दूसरे स्थान पर काबिज केकेआर को 16 अंक तक पहुंचने के लिए महज एक और जीत की दरकार है जिससे वह लीग के अंतिम चार में पहुंच जाएगी। अब दोनों टीमों के तीन मैच बचे हैं और सोमवार (16 मई) को अपने-अपने मैचों में जीत दर्ज करने वाली दोनों टीमें अंक तालिका में अपना स्थान सुधारने के लिए बेकरार होंगी।
वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु की टीम 10 अंक से छठे स्थान पर काबिज है, उसे प्ले ऑफ की दौड़ में कायम रखने के लिए लीग चरण के बचे हुए अपने सभी मैच जीतने होंगे और साथ ही उम्मीद करनी होगी कि कुछ और परिणाम उनके हक में जाएं। बेंगलुरु ने इस चुनौती को स्वीकारते हुए शनिवार (14 मई) को अपने घरेलू मैदान पर गुजरात लांयस के खिलाफ रिकॉर्ड 144 रन की जीत दर्ज कर नौंवे सत्र का सबसे रोमांचक प्रदर्शन किया।
‘ऑरेंज कैप’ हासिल करने वाले विराट कोहली और एबी डिविलियर्स अपनी शीर्ष फॉर्म में थे और सभी ने इन दोनों की बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठाया, जिससे गुजरात लायंस के गेंदबाजों की दयनीय हालत को समझा जा सकता है। इस मैच में कई रिकॉर्ड बने। इन दोनों की आक्रामक बल्लेबाजी निश्चित रूप से गौतम गंभीर की स्पिन रणनीति के लिए खतरा बन सकती है और टर्निंग पिच पर केकेआर का कप्तान विशेष रूप से दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज को निशाना बनाना चाहेगा क्योंकि डिविलियर्स अगर लय में आज जाए तो उन्हें रोकना मुश्किल होता है। लेकिन बेंगलुरु के कप्तान कोहली ‘मास्टर फिनिशर’ हैं और दबाव भरे हालातों में भी जल्दी आउट नहीं होते।
मैच के लिए दिलचस्प पहलू केकेआर की गेंदबाजी बनाम आरसीबी की बल्लेबाजी होगा। केकेआर के सुनील नारायण, शकिबुल हसन और पीयूष चावला की स्पिन तिकड़ी ने शनिवार (14 मई) को यहां के हालात का पूरा फायदा उठाते हुए पुणे सुपरजाइंट्स को 17.4 ओवर में छह विकेट पर 103 रन ही बनाने दिए थे, तभी बारिश ने खेल रोक दिया और उन्होंने डकवर्थ लुईस पद्धति से आठ विकेट से जीत दर्ज की।
नारायण ने हालांकि विकेट नहीं लिया, लेकिन 3.4 ओवर में महज 10 रन दिए और इसमें 14 डॉट गेंद थी, जिसमें कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ 10 डॉट गेंद शामिल थी जिन्होंने 22 गेंद में महज आठ रन बनाये थे। गंभीर उम्मीद करेंगे कि ईडन की टर्निंग पिच पर वह डिविलियर्स और क्रिस गेल जैसे बल्लेबाजों को दबाव में ला दें क्योंकि गेल खराब फॉर्म में हैं, उन्होंने अभी तक पांच पारियों में केवल 19 रन बनाए हैं। लेकिन सभी को पता है कि अगर गेल का बल्ला चल गया तो सिर्फ एक ही विजेता होता है और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह हमवतन जमैका के आंद्रे रसेल के खिलाफ कैसा खेलते हैं जो केकेआर के लिए काफी बेहतरीन ऑल राउंडर साबित हो रहे हैं।
कोहली की टीम का गेंदबाजी आक्रमण इतना चमकदार नहीं है जिसमें स्पिनर युजवेंद्र चाहल के अलावा कोई अपना प्रभाव नहीं छोड़ सका। कोहली अपने स्पिन आक्रमण को सुधारने के लिए स्पिनर इकबाल अब्दुल्ला और परवेज रसूल के विकल्प को आजमा सकते हैं। एडम मिलने और मिशेल स्टार्क की तेज गेंदबाजी जोड़ी तथा लेग स्पिनर सैमुअल बद्री के चोटों के कारण बाहर होने से उनका गेंदबाजी आक्रमण काफी कमजोर दिखता है। इनकी अनुपस्थिति में सारी जिम्मेदारी तेज गेंदबाजी विभाग में शेन वॉटसन और क्रिस जोर्डन तथा स्पिन में चाहल पर आ पड़ी है।
टीमें इस प्रकार हैं:
कोलकाता नाइटराइडर्स : गौतम गंभीर (कप्तान), रोबिन उथप्पा, मनीष पांडे, यूसुफ पठान, सूर्यकुमार यादव, शकिबुल हसन, आंद्रे रसेल, पीयूष चावला, सुनील नारायण, अंकित राजपूत, मोर्नी मोर्कल, क्रिस लिन, कोलिन मुनरो, ब्रैड हॉग, शॉन टैट, जेसन होल्डर, उमेश यादव, शेल्डन जैक्सन, जयदेव उनादकट और राजागोपाल सतीश।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु : विराट कोहली (कप्तान), क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, शेन वाटसन, लोकेश राहुल, सचिन बेबी, स्टुअर्ट बिन्नी, क्रिस जोर्डन, श्रीनाथ अरविंद, वरून आरोन, युजवेंद्र चाहल, ट्रेविस हेड, केन रिचर्डसन, डेविड विसे, तबरेज शम्सी, अबु नेचिम, प्रवीण दुबे, इकबाल अब्दुल्ला, केदार जाधव, अक्षय कर्णेवार, सरफराज खान, विक्रमजीत मलिक, मंदीप सिंह, परवेज रसूल, हर्षल पटेल और विकास टोकस।