राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भगोड़े खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। उस पर पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी (Hindu Priest) की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुजारी की हत्या की साजिश खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) ने रची थी। इसी केटीएफ का प्रमुख निज्जर है जो कनाडा में रहता है।
पिछले साल एनआईए ने हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) के खिलाफ भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों व अन्य आपराधिक साजिश रचने के मामले में चार्जशीट दाखिल की थी। इसके अलावा, भारत की खुफिया एजेंसियां रिपुदमन सिंह मलिक (Ripudaman Singh Malik) की हत्या में “मोस्ट वांटेड” हरदीप सिंह निज्जर की भूमिका से इंकार नहीं कर रही हैं। बता दें कि, हाल ही में साल 1985 के एयर इंडिया बम विस्फोट में बरी हुए मलिक की कनाडा (Canada) के सरे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कौन है हरदीप सिंह निज्जर
जालंधर के फिल्लौर क्षेत्र के भरसिंहपुर गांव के रहने वाला वांछित खालिस्तानी आतंकवादी (Khalistani Terrorist) हरदीप सिंह निज्जर वर्तमान में सरे, कनाडा में रहता है। हरदीप के बारे में कहा जाता है कि वह कभी प्लंबर के रूप में काम करता था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, निज्जर बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) और खालिस्तान टाइगर फोर्स (Khliastani Tiger Force) से जुड़ा है। बताया जाता है कि निज्जर, खालिस्तान टाइगर फोर्स के जगतार सिंह तारा और आईएसआई (ISI) के लोगों से मिलने के लिए साल 2013-14 में पाकिस्तान भी गया था। जगतार सिंह तारा, पूर्व सीएम बेअंत सिंह (Former Punjab CM Beant Singh) और बुडैल जेल ब्रेक में शामिल था, उसे साल 2015 में थाईलैंड (Thailand) में अरेस्ट किया गया था।
बब्बर खालसा को फिर से जिंदा करने की कोशिश
हरदीप सिंह निज्जर ने दिसंबर 2015 में ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) के मिसीगन हिल्स में खालिस्तानी उग्रवादियों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर का भी आयोजन किया, जिसमें छोटे हथियारों का प्रशिक्षण दिया गया। निज्जर केटीएफ उग्रवादियों (KTF militants) को प्रशिक्षण देने और उन्हें भारत में सक्रिय करने में सक्रिय रूप से शामिल है। कुछ रिपोर्टों से यह भी संकेत मिलता है कि निज्जर एक अन्य कनाडाई निवासी मनदीप सिंह के साथ मिलकर बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे संगठन को फिर से पूरी ताकत के साथ खड़ा करने का काम कर रहे हैं।
इन मामलों में लगे है आरोप
साल 2010 में, पंजाब पुलिस ने पटियाला में सत्य नारायण मंदिर (Satya Narayan Mandir Patiala) के पास एक विस्फोट में शामिल होने के लिए निज्जर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसके अलावा, साल 2015 में धर्मगुरुओं की हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई थी। बाद में साल 2016 में कनाडा में दिसंबर 2015 में प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के लिए हरदीप निज्जर (Hardeep Nijjar KTF) पर एक और प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई थी।
2018 में हिरासत में लिया गया था हरदीप निज्जर
हरदीप सिंह निज्जर के खिलाफ साल 2015 और 2016 में एक लुक आउट सर्कुलर (LOC) और एक रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) भी दर्ज किया गया था। हालांकि, अप्रैल 2018 में, कनाडा के अधिकारियों ने उसे कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था लेकिन फिर उसे बिना कोई आरोप दायर किए रिहा कर दिया गया।