कनाडा के सरे इलाके में सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें गुरुवार की सुबह 9 बजे गोली मारी गई। उस वक्त वो अपने ऑफिस जा रहे थे। बता दें कि रिपुदमन सिंह का नाम 1985 के एयर इंडिया बम विस्फोट मामले आया था। हालांकि वो इस मामले में बरी हो गए थे।
द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सीबीसी न्यूज ने गवाहों के हवाले से बताया कि तीन गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी। हमले में 75 वर्षीय मलिक के गले पर चोट के निशान हैं। मीडिया रिपोर्टों ने स्थानीय पुलिस के हवाले से पुष्टि की कि स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 9.30 बजे गोलियां चलाई गई और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई।
1985 विमान ब्लास्ट: गौरतलब है कि रिपुदमन सिंह मलिक, इंद्रजीत सिंह रेयात और अजायब सिंह बागरी तीनों एयर इंडिया फ्लाइट 182, सम्राट कनिष्क, एक बोइंग 747 विमान में विस्फोट के मुख्य आरोपियों में से थे। जोकि 23 जून 1985 को मॉन्ट्रियल से दिल्ली जा रहा था। इसमें सवार सभी 329 लोग मारे गए थे। यात्रियों में ज्यादातर भारतीय मूल के कनाडाई नागरिक थे।
मलिक पर एयर इंडिया कनिष्क बम विस्फोट मामले में लंबे समय तक कनाडा में केस चला था। हालांकि 2005 में उन्हें इस मामले में बरी कर दिया गया था।
पीएम मोदी की तारीफ की थी: इसी साल की शुरुआत में रिपुदमन सिंह मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने एक पत्र में मोदी सरकार द्वारा सिख समुदाय के लिए उठाए गए कदमों के लिए तारीफ करते हुए आभार व्यक्त किया था। माना जा रहा है कि इसी के चलते मलिक की हत्या की गई है।
दरअसल इस साल की शुरुआत में पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने सिखों के हित में मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। 1984 में हुए सिख दंगों के मामलों को फिर से खोलने सहित भाजपा के विभिन्न कार्यों की तारीफ की थी। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री को बदनाम करने के एक सुनियोजित प्रयास के खिलाफ चेतावनी भी दी थी।