दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का नया गाना ‘SYL’ रिलीज हुआ है। मूसेवाला की हत्या के बाद आये इस गाने ने एक नये विवाद और चर्चा को जन्म दे दिया है। इस गाने में मूसेवाला ने बलविंदर सिंह जटाना का जिक्र किया है। जिसके चलते सभी जानना चाहते है कि आखिर बलविंदर सिंह जटाना कौन है? 23 जून को रिलीज हुए इस गाने को अब तक करोड़ो लोग देख चुके हैं।
क्या है ‘SYL’: एसवाईएल की योजना को समझने के लिए हमें साल 1976 में आपातकाल के दौर में जाना होगा। दरअसल, तब केंद्र सरकार ने पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों को 35-35 लाख एकड़ फीट पानी देने की अधिसूचना जारी की थी। इसी में करीब दो लाख एकड़ फीट पानी राजधानी दिल्ली को भी भेजना था।
ऐसी थी योजना: इस योजना के तहत पंजाब और हरियाणा के बीच जल के बंटवारे के लिए सतलुज-यमुना लिंक नहर यानी एसवाईएल का निर्माण किया जाना था। इस सतलुज-यमुना नहर की कुल लंबाई 214 किलोमीटर प्रस्तावित हुई थी। इस नहर में से 122 किलोमीटर का काम पंजाब को तो करीब 92 किलोमीटर की नहर हरियाणा राज्य की तरफ से पूरा किया जाना था। इसमें भाखड़ा बांध का पानी हरियाणा में यमुना नदी में ले जाना था, लेकिन नहर बन नहीं पाई और यह मामला विवादों में उलझ गया था। यह मामला अभी भी सुप्रीम कोर्ट में है।
कौन था बलविंदर सिंह जटाना: सिद्धू मूसेवाला के गाने SYL के आखिरी हिस्से में बलविंदर सिंह का जिक्र है। दरअसल, पंजाब के रोपड़ जिले के चमकौर साहिब के जटाना गांव से आने वाला बलविंदर सिंह खालिस्तान समर्थक संगठन बब्बर खालसा से जुड़ा था। जटाना को उनके समर्थक ‘सिख मुक्ति नायक’ कहते थे। बलविंदर सिंह को बब्बर खालसा के प्रमुख सुखदेव सिंह बब्बर का करीबी माना जाता था। जटाना को बब्बर खालसा ने पंजाब के मालवा इलाके का लेफ्टिनेंट जनरल बनाया हुआ था।
क्या किया था जटाना ने: जुलाई, 1990 में सतलुज-यमुना लिंक नहर के निर्माण को लेकर चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में एक अधिकारिक बैठक बुलाई गई थी। इसी बैठक में जटाना ने चंडीगढ़ में अपने साथियों के साथ एसवाईएल के चीफ इंजीनियर एम.एस. सीकरी और सुपरिटेंडिंग इंजीनियर अवतार औलख की हत्या कर दी थी।
जटाना का हुआ एनकाउंटर: जुलाई, 1990 में एसवाईएल के चीफ इंजीनियर एम.एस. सीकरी और सुपरिटेंडिंग इंजीनियर अवतार औलख की हत्या के बाद पुलिस बलविंदर सिंह जटाना की तलाश कर रही थी। उसके ऊपर 16 लाख का इनाम रखा गया था। इसके बाद, पुलिस को 4 सितंबर 1991 को सूचना मिली थी कि जटाना अपने साथी के साथ साधुगढ़ पिंड की तरफ जा रहा है। इसी सूचना के बाद पुलिस ने नाकाबंदी की थी और फिर जटाना का सामना पुलिस से हुआ था। जिसके बाद उसका एनकाउंटर कर दिया गया था।