मनमानी की हद! बिना प्रिस्क्रिशन दवा लेने पहुंची अधिकारी, फार्मासिस्ट ने कर दिया मना, फिर…
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से बिजली विभाग के अधिकारी की मनमानी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां अधिकारी ने एक दवा दुकान की बिजली इसलिए कटवा की क्योंकि दुकान में बैठे फार्मासिस्ट ने उन्हें बिना वैलिड प्रिस्क्रिशन के दवा देने से मना कर दिया। हालांकि, पूरे मामले में डीएम से शिकायत करने के बाद बिजली का कनेक्शन आधे घंटे के भीतर ही जोड़ दिया गया।
बिजली विभाग का अधिकारी बताकर रौब जमाया
जानकारी अनुसार हाईडील डिपार्टमेंट के चीफ इंजीनियर राकेश कुमार बीते दिनों अमन भंडूला की फॉर्मेको मेडिकल स्टोर पर पहुंचे और बिना वैलिड प्रिस्क्रिशन के दवा की मांग की। इस दौरान उन्होंने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर रौब भी जमाया। लेकिन मना करने पर वे वहां से चले गए।
आरोप है कि उनके जाने के आधे घंटे के भीतर बिजली विभाग के कर्मी आए और दुकानदार से बिना कुछ कहे-सुने पावर कनेक्शन कट कट दी और चले गए। हालांकि, अधिकारी की मानमानी का मामला डीएम अनुज सिंह तक पहुंच गया और उन्होंने कार्रवाई करते हुए तुरंत दुकान का कनेक्शन जोड़ने को कहा।
जिलाधिकारी ने बिजली विभाग के अधिकारियों को इस तरह की मनमानी करने पर खूब फटकार भी लगाई। इधर, बिजली विभाग ने कहा कि हमने शिकायत मिलने पर दुकान की बिजली काटी थी। पूरा मामला क्या है इसकी जानकारी नहीं थी।
चीफ इंजीनियर ने पूरे मामले में दी सफाई
इधर, चीफ इंजीनियर राकेश कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा शख्स वे ही हैं। वे बीते महीने ही ट्रांसफर होकर मुरादाबाद आए हैं। वो अधीक्षण अभियंता ग्रामीण पद पर तैनात हैं। बीते दिनों वो मेडिकल स्टोर पर एंजाइटी और ब्लड प्रेशर की दवा लेने गए थे। उन्होंने उससे संबंधित 2022 का प्रिस्क्रिशन भी मोबाइल में फार्मासिस्ट को दिखाया था। लेकिन उसने दवा नहीं दी। ऐसे में वो दुकान से लौट आए। लाइट उन्होंने नहीं कटवाई थी। इस बात की उन्हें तो जानकारी भी नहीं थी।
हालांकि, दुकान में मौजूद शख्स का कहना है कि शख्स ने खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताते हुए कुछ दवाएं मांगी थीं। फार्मासिस्ट ने इसे देने से मना करते हुए कहा था कि इन दवाइयों को बिना प्रिस्क्रिशन बेचने की अनुमति नहीं है। सीएमओ ने इसका रिक़ॉर्ड रखने का आदेश दिया है। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारी के तौर पर अपना परिचय दिया, लेकिन फिर भी फार्मासिस्ट ने उन्हें दवा देने से मना कर दिया।