Srijan Ghotala Bihar: सृजन घोटाले में फरार मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को सीबीआई ने गुरुवार को यूपी के साहिबाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने उन्हें साहिबाबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद रजनी को नई दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय ले जाया गया। वे पिछले 6 सालों से फरार थीं। सीबीआई स्पोक पर्सन ने बताया कि बिहार के एक एनजीओ (सृजन महिला विकास सहयोग) से संबंधित घोटाले में विशेष न्यायाधीश (सीबीआई मामले), पटना की अदालत ने आरोपी रजनी प्रिया के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। इसी के आधार पर रजनी प्रिया को गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट ने घोषित किया था भगोड़ा
स्पोक पर्सन ने आगे कहा कि समिति लिमिटेड-SMVSS बिहार के भागलपुर में स्थित है। दरअसल, आरोपी रजनी प्रिया एनजीओ संस्थापक मनोरमा देवी की बहू और एनजीओ की सचिव हैं। वह जांच की शुरुआत से ही फरार थीं। इस कारण कोर्ट ने रजनी प्रिया को भगोड़ा घोषित कर दिया था। स्पोक पर्सन के अनुसार, कड़े प्रयासों के बाद सीबीआई ने रजनी प्रिया का पता लगाया और साहिबाबाद (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया। अब रजनी प्रिया को अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता की बेटी हैं रजनी प्रिया
गौरतलब है कि रजनी प्रिया पड़ोसी राज्य झारखंड के एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता की बेटी हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण रांची में हुआ है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा और कॉलेज की पढ़ाई रांची में की है। इसके बाद उनकी शादी सृजन की संस्थापक मनोरमा देवी के बेटे अमित कुमार से हो गई। इसी मामले में आरोपी रजनी का पति अमित भी फरार है।
24 में रजनी नामित आरोपी हैं
इस घोटाले की जांच कर रहे एक सीबीआई अधिकारी ने कहा कि कुख्यात सृजन घोटाले के संबंध में दर्ज कुल 27 मामलों में से 24 में रजनी नामित आरोपी हैं। एसएमवीएसएस, 1990 के दशक की शुरुआत में रजनी की सास दिवंगत मनोरमा देवी द्वारा स्थापित एक सहकारी समिति है जो पिछले कई सालों से सीबीआई जांच के दायरे में है। इससे पहले इस साल जनवरी में सीबीआई अधिकारियों ने एसएमवीएसएस सचिव रजनी प्रिया को भगोड़ा घोषित करके उनके घर पर अदालती नोटिस चिपकाया था ताकि उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाए। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई का जा रही है।