Kanpur Ekta Murder Case: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीते दिनों हुई कारोबारी की पत्नी की हत्या मामले में कई सलाव ऐसे हैं जिनके जवाब अब तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। इधर, पति राहुल अपनी पत्नी एकता को बेवफा मानने को तैयार नहीं है। पत्नी पर उसके अटूट विश्वास का पता इससे चलता है कि वो अब भी पुलिस से आरोपी विमल से कड़ी पूछताछ करने को कह रहा है। साथ ही पुलिस के असफल होने की स्थिति में दूसरी एजेंसी से जांच कराने की मांग करने की बात कही है। पढ़िए इंडियन एक्सप्रेस के मनीष साहू की इस पूरी घटना पर डिटेल्ड रिपोर्ट।
महिला का कंकाल बन चुका शव किया था बरामद
बता दें कि एकता जो 24 जून की सुबह कानपुर के ग्रीन पार्क इलाका स्थित जिम गई थी, लापता हो गई थी। चार महीने बाद 26 अक्तूबर को पुलिस ने डीएम आवास के कैंपस से महिला का कंकाल बन चुका शव बरामद किया था। मामले में पुलिस ने विमल सोनी नाम के जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया था।
विमल उसी जिम में ट्रेनर था, जहां एकता वर्कऑउट करने जाती थी। जिम घर से केवल आधा किलोमीटर की दूरी पर था। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी ने अपने कबूलनामे में कहा है कि एकता उसकी शादी तय होने से नाराज थी। वो खुद भी उससे शादी को तैयार नहीं थी, ना ही उसे किसी और से शादी करने दे रही थी।
आरोपी ने हत्या को लेकर किया ये दावा
पुलिस ने अनुसार आरोपी ने बताया कि घटना वाले दिन एकता जो बीमार थी बीस दिनों के बाद जिम आई थी। वर्कआउट करने के बाद वो निकल गई। उसके पीछे ही वो भी निकला। दोनों जिम ट्रेनर के दोस्त की कार में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इस दौरान दोनों में विवाद हुआ जिसके बाद उसने एकता को मुक्का मार दिया। आरोपी ने कहा कि एक मुक्के में ही उसकी मौत हो गई।
दावा है कि आरोपी कार की बैकसीट पर एकता के शव को लेकर घूमता रहा। वो एक बैराज पास भी गया। वो आत्महत्या करना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं किया। फिर डीएम आवास कैंपस जिसकी चाबी उसके पास थी में उसने शव को गड्ढा खोद कर दफन कर दिया। बाद में उसने और मिट्टी लाकर भी वहां डाला। फिर शहर छोड़कर भाग गया। उसने पुलिस को ये कहकर गुमराह करने की भी कोशिश की कि उसने शव को नदी में फेंक दिया था।
हालांकि, राहुल इस थ्योरी को मानने से इनकार करते हैं। उनका मानना है कि विमल ने एकता का अपहरण किया और उसके विरोध करने पर उसे मार डाला। या फिर, वे कहते हैं कि “कोई और विवाद” हो सकता है।
राहुल का अपनी पत्नी एकता पर अटूट विश्वास
राहुल का अपनी पत्नी एकता पर विश्वास अटूट है। उन्होंने कहा,“अगर मेरे पास उस पर शक करने का कोई कारण होता, तो मैं पिछले कुछ महीनों से उसकी तलाश में अथक प्रयास नहीं करता। मैंने पुलिस और स्थानीय लोगों से सोनी के बारे में सुराग पाने के लिए कई राज्यों की यात्रा की है। जुलाई में, मैंने लखनऊ में जनता दरबार में सीएम से मुलाकात की, कानपुर में वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से बात की, और प्रधानमंत्री और अन्य अधिकारियों को पत्र भेजे। मैंने यह सुनिश्चित करने के लिए दो प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की कि उसके अपहरण के बारे में मेरी कहानी को नजरअंदाज न किया जाए।”
राहुल कहते हैं इन दिनों, वो अपने दो बच्चों 13 साल की बेटी और 10 साल के बेटे को अफवाहों से बचाने के लिए कानपुर के गोपाल विहार कॉलोनी में अपने फ्लैट से थोड़ी दूरी पर लोगों से मिल रहे हैं। “मैं घर पर टेलीविजन पर समाचार चैनल चलाने से बचता हूं। वे अपनी मां के बारे में ये सब झूठ सुनने के लायक नहीं हैं।”
विमल से गहन पूछताछ की जानी चाहिए : राहुल
वे कहते हैं, “विमल से हत्या के मकसद का पता लगाने के लिए गहन पूछताछ की जानी चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो मैं अदालत से हस्तक्षेप की मांग करूंगा ताकि मामले का किसी दूसरी जांच एजेंसी से जांच कराया जा सके।”
राहुल कहते हैं कि पत्नी के लापता होने के बाद मैंने रिपोर्ट दर्ज कराई। मुझे जरा भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि मेरी पत्नी को लेकर ऐसी चर्चाएं शुरू हो जाएंगी। ये अफवाह उड़ाई गई कि मेरी पत्नी जिम ट्रेनर के साथ भाग गई है। यहां तक की मेरे रिश्तेदारों ने भी एकता की तलाश करने से मुझे मना किया।
उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस के अलावा प्राइवेट एजेंसी से भी पत्नी की तलाश कराई। विमल के खाता और निकासी संबंधी जानकारी निकाल कर उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। उसने फोन यूज करना बंद कर दिया था, इस कारण परेशानी आ रही थी। आखिरकार पुलिस ने उसे कानपुर में उसके रिश्तेदार के घर से दबोचा।
पुलिस की थ्योरी में कई खामियां
पति राहुल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “पुलिस की थ्योरी में कई खामियां हैं। पुलिस का दावा है कि उसने (सोनी ने) शव को दफनाने के लिए सिर्फ 45 मिनट में 10 फीट गहरा गड्ढा खोदा। ये असंभव लगता है। ये भी आश्चर्यजनक है कि शहर के इतने हाई सिक्योरिटी वाले इलाके में शव को बिना किसी की जानकारी के या देखे दफनाया जा सकता है।”
इधर घटना के बाद जिम में काम करने वाले लोग अविश्वास में हैं। यूपी रोडवेज विभाग के एक रिटायर्ड कर्मचारी का बेटा विमल मार्च 2023 से यहां काम कर रहा था, उसे 15,000 रुपये प्रति माह का वेतन मिल रहा था और वो मॉर्निंग सेशन में 12 महिलाओं सहित लगभग 50 लोगों को ट्रेनिंग देता था। शाम के सेशन में एक महिला सहित दो अन्य ट्रेनर देखभाल करते थे।
पुलिस की थ्योरी पर यकीन करना मुश्किल
एक कर्मचारी ने सोनी को एक “स्ट्रिक्ट ट्रेनर” के रूप में हताया, जो सेशन खत्म होने के बाद किसी को भी जिम में रुकने की अनुमति नहीं देता था। उन्होंने कहा, “हम एकता और ट्रेनर के बीच कथित संबंध के बारे में पढ़कर चौंक गए… हमें इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि उनके बीच कुछ चल रहा है।”
जिम में नियमित रूप से आने वाली एक महिला का भी कहना है कि उसे पुलिस की थ्योरी पर यकीन करना मुश्किल लगता है। “मैं एकता से लगभग नौ महीने पहले जिम में मिली थी, लेकिन मैंने कभी उसके एक्स्ट्रा मैरिटियल अफेयर के बारे में कुछ नहीं सुना… मैंने विमल को जिम के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करते और गार्ड से बदतमीजी से बात करते देखा है। मुझे पूरा यकीन है कि एकता का ऐसे किसी व्यक्ति से कोई लेना-देना नहीं होगा।”