‘चीन का पैंतरा’ (संपादकीय, 3 जनवरी) पढ़ा, जिसमें चीन द्वारा भारतीय क्षेत्रों पर अपने अवैध दावों का पदार्फाश किया गया है। चीन की नीति हमेशा सीमा विवाद को लेकर भारत समेत अपने लगभग सभी पड़ोसी देशों से झगड़ा करके प्रसार करने की रही है! 1962 में उसने भारत पर हमला करके हमारे काफी बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया था। समय-समय पर वह हमारे लिए समस्याएं पैदा करता रहता है। उसने हमारे साथ लद्दाख क्षेत्र में पंगा लिया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया! काफी समय से वह अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का एक हिस्सा समझ कर अपना दावा पेश करता रहा है, जबकि अरुणाचल प्रदेश भारत का एक अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा!

अब उसने अरुणाचल प्रदेश के कुछ भागों का नाम तिब्बती भाषा में घोषित करके उसे दक्षिणी तिब्बत का एक हिस्सा बताने की जो शरारत की है, वह अप्रत्याशित और हद से बाहर जाना है। इसके अलावा भी चीन भारत के आसपास के देशों के साथ अपने संबंध सुदृढ़ करके वहां से हमारी घेराबंदी करने की कोशिश करता रहता है। पाकिस्तान को तो उसने हमारे खिलाफ कर ही रखा है! चीन को यह समझ लेना चाहिए कि 2022 का भारत 1962 का भारत नहीं! अब हमने अपनी आर्थिक तथा सैनिक शक्ति में इतना विकास कर लिया है कि चीन भारत को हल्के में नहीं ले सकता! अगर दोनों देशों में युद्ध हुआ तो चीन को भी काफी नुकसान होगा।

चीन की आए दिन बढ़ती शरारतों को रोकने के लिए हमें उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने के तौर पर तिब्बत के मामले को दोबारा खोल कर उसे एक स्वतंत्र क्षेत्र घोषित करने की नीति अपनानी चाहिए और उसे चीन का भाग मानने से इनकार कर देना चाहिए। दलाई लामा और उनके अनुयायियों की तिब्बत पर दावे का समर्थन करना चाहिए! इसके अलावा, जिन-जिन देशों के साथ चीन का सीमा विवाद चल रहा है उन देशों का समर्थन करना चाहिए। ताइवान को चीन का हिस्सा मानने के बदले में एक स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता देना चाहिए। हमें यह समझ लेना चाहिए कि एक तरफ चीन भारत को झूठा आश्वासन दे रहा है कि दोनों देशों में अच्छे संबंध होने चाहिए और दूसरी तरफ वह भारत के कुछ सीमांत क्षेत्रों पर अपना दावा जताते हुए वहां भारी सेना तैनात कर रहा है।

दरअसल, वह भारत के साथ सीमा विवाद सुलझाने के नाम पर बातचीत करके भी हमें बेवकूफ बना रहा है! भारत को चाहिए कि वह विदेशी व्यापार में उस पर अपनी निर्भरता कम करे, निर्यातकों को बढ़ाए बिना आयातों पर प्रतिबंध लगाए। साथ ही सैनिक दृष्टि से अपने को और मजबूत बनाए। चीन किसी भी तरह विश्वसनीय पड़ोसी देश नहीं है। उसके साथ सतर्कता से संबंध रखने चाहिए।
’शाम लाल कौशल, रोहतक, हरियाणा

आपराधिक हरकत

यह बेहद शर्मनाक है कि एक वेबसाइट और ऐप के माध्यम से समुदाय विशेष की महिलाओं के प्रति अश्लील टिप्पणियां की गर्इं। साथ ही उस पर महिलाओं की तस्वीरें डाल कर कर उसके नीचे नीलामी की कीमतें लिखना न सिर्फ महिलाओं के प्रति गंभीर अपराध है, बल्कि इस वर्ग के महिलाओं में खौफ पैदा करने की गहरी साजिश है।

एक समुदाय की महिलाओं की जीवन-स्थितियों को मुश्किल में डालने की दूषित मानसिकता रखने वाले असामाजिक तत्त्वों का यह कृत्य व्यापक नुकसान पहुंचाने वाली आपराधिक गतिविधि है। पुलिस ने मामला दर्ज किया है तो इसकी गंभीर पड़ताल करनी चाहिए और इस गहरी साजिश का भंडाफोड़ करना चाहिए। देश के सामाजिक ताने-बाने को खराब करने की नीयत रखने वाले ऐसे असामाजिक तत्त्वों पर सरकार नजर रखे। दूसरी ओर, समाज को भी अपना दायित्व निर्वाह करना करना होगा।
’वीरेंद्र कुमार जाटव, नई दिल्ली</p>