लॉकडाउन के बीच ही पिछले दिनों देश के 10 सरकारी बैंकों का आपस में विलय हो गया था और 4 नए बैंक तैयार हुए थे। इनमें से ही एक है, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया। इस बैंक में आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का विलय हुआ है। आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक के ग्राहकों के भविष्य को लेकर अहम जानकारी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से दी गई है। दोनों ही बैंकों के ग्राहकों के अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, बैंक शाखा, एटीएम चार्ज और लोन की दरों को लेकर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने सभी ग्राहकों को ईमेल और मेसेज किए हैं।

विलय से पहले के दोनों बैंकों के ग्राहकों से यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि उनका बैंक खाता, आईएफएससी कोड पहले वाला ही रहेगा। इसके अलावा वे तीनों में से किसी भी बैंक के एटीएम से कैश निकाल सकते हैं और कोई चार्ज नहीं लगेगा। इसके अलावा लोन की बात की जाए तो विलय से पहले बैंकों की ओर से जो दरें तय थीं, उनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। बता दें कि देश में अब कुल 12 सरकारी बैंक ही बचे हैं, जिनकी करीब तीन साल पहले 2017 में संख्या 27 थी।

सबसे पहले भारतीय स्टेट बैंक में उसके 5 सहयोगी बैंकों और महिला बैंक का विलय हुआ था। इसके बाद भारत सरकार की ओर से अगस्त 2019 में 10 बैंकों के विलय का ऐलान किया गया था, जिसे 1 अप्रैल, 2020 को अमल में लाया गया है। हालांकि अब भी इन बैंकों के स्टाफ से लेकर शाखाओं तक का पूर्ण विलय होना बाकी है क्योंकि लॉकडाउन के चलते कामकाज पूरी तेजी के साथ नहीं हो पा रहा है।

फिलहाल देश में जो 12 बैंक हैं, उनमें 6 स्वतंत्र बैंक हैं। इसके अलावा 6 बैंक ऐसे हैं, जो विलय के बाद नए अवतार में आए हैं। पंजाब नेशनल बैंक की ही बात करें तो इसमें युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय हुआ है। पीएनबी फिलहाल देश का दूसरे नंबर का सबसे बड़ा बैंक और भारतीय स्टेट बैंक पहले की तरह की सबसे आगे है।

Coronavirus से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: कोरोना वायरस से बचना है तो इन 5 फूड्स से तुरंत कर लें तौबा | जानिये- किसे मास्क लगाने की जरूरत नहीं और किसे लगाना ही चाहिए |इन तरीकों से संक्रमण से बचाएं क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?