
चुनाव आयोग में आपसी मतभेद कोई नया नहीं है, अशोक लवासा से लेकर कई उदाहरण पहले के भी हैं। इसके…
चुनाव आयोग में आपसी मतभेद कोई नया नहीं है, अशोक लवासा से लेकर कई उदाहरण पहले के भी हैं। इसके…
भाजपा के प्रवक्ता भले बंगाल में बढ़ी सीटों को अपनी उपलब्धि बता रहे हों। लेकिन आपने 200 सीटों का जो…
भाजपा जिस राष्ट्रवाद के भरोसे उत्तर भारत में चुनावी रैलियों में तालियां बटोर रही थीं वो बंगाल में नहीं काम…
महामारी की दूसरी लहर ने दिल्ली की ध्वस्त व्यवस्था की असलियत सामने रख दी। जब तक व्यवस्था चल रही होती…
एक भी बच्चा छूटा सुरक्षा चक्र टूटा।’ यह नारा था पल्स पोलियो अभियान का। आज भारत पोलियो मुक्त है तो…
जनतंत्र में जिस तरह के संवाद की जरूरत होती है उसे अगर खत्म कर दिया जाए तो उसके बाद जनतांत्रिक…
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे बड़ा संकट यह है कि कैसे विश्वास कायम हो। अब फिर से वही स्थिति…
भारतीय जनतंत्र महज 75 साल का है। हमारे लोकतंत्र के इतने छोटे अनुभव के बरक्स अन्य गैरलोकतांत्रिक व्यवस्थाएं अब भी…
भारत में लोकतंत्र की जड़ें बहुत गहरी हैं। मगर यहां सामंती सत्ता की भी लंबे समय तक पैठ रही है।…
दत्तात्रेय की पहचान बनी थी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में। अभाविप का मतलब है जनमोर्चा। संघ…
किसान नेताओं की रणनीति है कि बिना किसी राजनीतिक नुकसान के केंद्र सरकार को संवाद की मेज पर नहीं बैठाया…
मिठुन दादा के नागलोक और ममता दीदी के चंडीपाठ के बाद दिल्ली के सीएम विधानसभा में एलान कर रहे थे…