मां ने कहा-डॉक्टर साहब हम दोनों को ही पढ़ना नहीं आता है, आप ही पढ़ कर बता दें कि इसमें…
खूब अच्छी सुबह, गुलाब के फूलों की तरह खिली हुई सुबह, चिड़ियों की चहचहाट से भरी सुबह, तुलसी चौरे पर…
ससे एकदम नए कोण से एक प्रश्न पूछ लिया- ‘भाई साहब, ऐसा तो नहीं कि सरकार कुछ डालने की जगह,…
‘पूरा साल लग गया उससे उबरने में, पर शायद पूरी तरह नहीं उबर पाया। हीलिंग प्रोसेस लंबी चलती है, पर…
वह मुस्कुराती हुई सामान समेटने लगी। उसे जल्दी थी। उसकी ट्राम छूट रही थी। उसने हौले से बाय कहा, उसने…
प्रेमचंद का मानना है कि इतिहास की किताबों में तारीखों के अलावा सब कुछ कल्पना होती है। उपन्यासों में तारीखें…
राजा खुद तो ईमानदार था, लेकिन उसका मंत्री भेड़िया चालू सिंह बहुत ही भ्रष्ट था।