
दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और बंगलुरु आदि जैसे बड़े एवं विकसित शहरों में तो गौरैया पहले ही लुप्तप्राय हो चुकी…
गौरैया आबादी के अंदर रहने वाली चिड़िया है, जो अक्सर पुराने घरों के अंदर, छप्पर या खपरैल अथवा झाड़ियों में…
हमारे सुविधाजनक जीवन की बुनियाद प्रकृति है, लेकिन हमारे जीवन में प्रकृति अनुपस्थित होती गई है।
जब मैंने बचपन में पहली बार गौरैया देखी तो आश्चर्यचकित हो गया था।
रास्तों के दोनो ओर काफी झाडियां थीं जिनमें रह रहकर कोई पक्षी या जानवर दिखाई दे जाता। एक विचित्र प्रजाति…
तब हमारे दिल्ली वाले मकान में मात्र दो कमरे, रसोई, गुसलखाना, शौचालय और एक बरामदा था। बाहर अमरूद के नीचे…