
खबर में आने का नया सूत्र है, जानी-मानी हस्तियों को अपमानित करो, खबर बनाओ। चैनल भी ऐसे लोगों को निराश…
यह भी सच है कि समाज पुन: बैलगाड़ी या सरल तकनीक वाले दौर की ओर नहीं लौट सकता, लेकिन आधुनिक…
पिछले सप्ताह ट्रेन को बंधक बनाने वालों ने औरतों और बच्चों को ढाल बना कर अपना बचाव करने की कोशिश…
एक दिन जैसे ही एक चैनल पर एक विपक्षी विधायक का बयान आया कि औरंगजेब क्रूर नहीं था, तो कई…
औरंगजेब की कुपात्रता का कारण उसका सिर्फ सत्तावादी चरित्र नहीं है। दुनिया के इतिहास में ऐसे शासकों की कमी नहीं…
जान सस्ती है हमारे देश में उन लोगों की, जो वैसे भी गरीबी की वजह से बेजुबान हैं और जिनकी…
अगर केंद्र सरकार संविधान के अनुच्छेद 81 और 82 के अनुसार चलती है और दक्षिणी राज्य जनसंख्या के आधार पर…
करीब तीन दशक पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश सीनियर ने नई विश्व व्यवस्था का नारा दिया था। इसमें वैश्विक…
सनातन धर्म के मिट जाने के कोई आसार नहीं हैं। उल्टा ऐसा लगता है कि इसमें आस्था रखने वालों की…
भीड़ को गिनने और दान का स्तर बढ़ाने में ही सामाजिक-सांस्कृतिक आंदोलन उलझकर रह जाता है। पवनार इस उलझन से…
तवलीन सिंह का कॉलम वक्त की नब्ज: राहुल गांधी में इतना अहंकार दिखने लगा है कि लोकसभा के अंदर और…
पी. चिदंबरम का कॉलम दूसरी नजर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के लिए, गरीबों का कोई अस्तित्व ही नहीं…