
अपने आपको सतत नवीकृत करना शायद प्रकृति का सबसे मनपसंद काम है।
यह आवश्यक नहीं कि काम करते ही पहले ही प्रयास में सफलता मिल ही जाए।
आभासी संसार में बीत रहे वक्त ने बुनियादी बातों और हालात के प्रति परिपक्व लोगों की समझ भी कम कर…
आमतौर पर ज्यादातर घरों की दिनचर्या इस तरह हो चुकी है कि सुबह की शुरुआत चाय और अखबार के बिना…
शाम होते ही टिमटिमाते जुगनू और रंग भरती तितलियों जैसे सुंदर कीट ही नहीं, न दिखने वाले या बदसूरत कीट…
आदि काल से, यानी कहा जा सकता है कि जीवन के आगमन के साथ ही प्रेम का भी आगमन हुआ।
मौन का तात्पर्य महज चुप्पी नहीं होता, जैसा कि आमतौर पर लोग समझते हैं।
मन भी अद्भुत है। लाख भौतिक समृद्धि की तलाश में इधर-उधर भटकता रहे, भौतिक लक्ष्यों के आकार को बड़े से…
अध्यात्म की अनुभूति सभी प्राणियों में सामान रूप से निरंतर होती रहती है।
मानव मस्तिष्क की क्षमता एक सीमा तक है।
अगर किसी के पास सीखने वाला मन हो, तो उसकी निर्भरता किसी शिक्षक या संस्थान पर नहीं रह जाती। जीवन…
आजादी के बाद जैसे-जैसे कोयला खदानों की संख्या बढ़ती गई वैसे-वैसे मजदूरों की समस्याएं भी बढ़ती गईं।