अनुभूतियों के साथ हर क्षण हमारा साक्षात्कार होता रहता है। अनुभूतियों की सघनता जब हमारे अंतर्मन को स्पर्श करती है…
यह चिंतन करने का समय तो है ही कि हम ये कैसी कुसंगति में फंस गए कि दैनिक जीवन से…
बहरहाल, विकास अपने रास्ते मेरे गांव भी पहुंचा था, जिसकी वजह से अब यह शहर बन कर जिला बन गया…
फेरीवाले अपनी किस्म-किस्म की आवाजों और बोलियों के बहाने भाषा को समृद्ध बनाते थे। सच्चे अर्थों में वे भाषा का…
रिश्ते निभाने में जिम्मेदारी समझना बहुत जरूरी है, जिसमें स्वार्थ और जरूरत तलाशते रहना दिक्कततलब है। रिश्ते तभी प्रगाढ़ होते…
आने वाली पीढ़ी के लिए इंटरनेट भी शायद पुराना हो जाए, क्योंकि हर साल या दो साल में तकनीकी कुछ…
जन्म से दृष्टिबाधित मनुष्य को प्रकाश की अनुभूति या प्रत्यक्ष संकल्पना नहीं होती है। पर विचार मन की आंखों की…
महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में फब्तियां कसना हो, छेड़छाड़, यौन दुर्व्यवहार या बलात्कार जैसे जघन्य अपराध ही क्यों…
देश यथास्थिति-वाद का आदी हो गया है और यहां आपको सब कुछ बदल जाने का आभास दिया जाता है। परिवर्तन…
हमारे समाज में इन लोगों को बुद्धिजीवी नहीं कहा जाता। क्या ये अपनी एड़ी का इस्तेमाल करके इस तरह के…
बचपन की हमारी सबसे बड़ी सीख यही है कि बचपन ने हमें विश्वास करना सिखाया है। जिद्दी बन कर अपने…
अपने भीतर को खोजने और उसे अभिव्यक्त करने का मौका बच्चों के भीतर उस झिझक को दूर करने में मददगार…