
उनका फोन अक्सर आता रहता है। रिटायरमेंट के बाद मुंबई में वे घर पर अकेले रहते हैं। पत्नी का देहांत…
अपने आसपास अगर हमें सबसे ज्यादा किसी चीज की जरूरत होती है, तो वह है साफ-सफाई। लेकिन इसके लिए गंदगी…
जाते-जाते ‘भगवन’ कह गए थे- ‘शाम-शाम लौट आऊंगा, अपने ‘भक्त’ से मिल कर। एकतारा यहीं, तुम्हारे पास छोड़ जाता हूं।’…
फगुनहटी पवन का स्पर्श उसके अंग-अंग में भी गुदगुदी कर सकता था जैसे केदारनाथ अग्रवाल की ‘बसंती हवा’ कभी गेहूं…
पूंजीवादी सिद्धांत का विवेचन करते हुए रामविलास शर्मा ने लिखा है कि ‘कोई भी वाद या व्यवस्था अपने उत्थान में…
आज बच्चे कॉलेज जाते हैं तो जितनी कॉलेज की फीस लगती है, उससे ज्यादा पैसा उनके कपड़ों, गाड़ी, फोन और…
कुछ समय पहले एक मित्र ने कहा कि तुम अपनी बेटी को क्रेच में क्यों नहीं रखती हो! उनका आशय…
आज हमारी जिंदगी बेहद जटिल और दौड़-भाग से भरी हो गई है। जीवन में शारीरिक श्रम कम और मानसिक दबाव…