
ठीक ही कहा जाता है कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है। जितने भी नए शोध हुए और नई-नई चीजें…
ध्वनि का उपहार अभागे जिराफ को छोड़ कर अन्य सभी प्राणियों को प्रकृति से मिला है, लेकिन मानव की रचनाशीलता…
कभी-कभी मेरे दिल में भी खयाल आता है कि बढ़ती उम्र के साथ ही क्यों अतीत-जीवी हो जाता है सत्तर…
बचपन से ही प्रकृति की इतनी अंतरंगता मिली कि कृत्रिमता या बनावटीपन न तन को अच्छी लगी, न मन को।…
जिस दौर में वक्त की मार से उदासी और संकट जीवन का हिस्सा बन गया दिखता हो, वैसे समय में…
भय मन और शरीर में किस तरह का उथल-पुथल मचाता है, इसका अध्ययन किए जाने और इसके निष्कर्षों से आम…
भित्ति-चित्रों और संकेताक्षरों के माध्यम से अभिव्यक्ति से प्रारंभ कर मानव समाज ने आज भिन्न स्तरों पर न केवल जटिल…
दुनिया में जो खुशियां हैं, वे बहुत ऊपरी हैं। खुशी तो तब मिलती है जब आप आत्मसंतुष्ट हों। यह आत्मसंतुष्टि…
रोजमर्रा की जिंदगी के बीच अपने आसपास दो साथियों के बीच इस तरह की प्रतिक्रिया से हम अनजान नहीं होंगे,…
शब्दों की अपनी सत्ता होती है और उसकी महत्ता। एक शब्द जहां आपकी सुंदर दुनिया की रचना करते हैं तो…
उम्र बढ़ने के साथ बड़ा होना महज एक शारीरिक बदलाव नहीं है, बल्कि यह कई तरह के अनुभव अपने साथ…
किसी भी उम्र में शादी करें, लेकिन शादी के बाद के जीवन का सीखना उन तमाम तरह के सीखने से…