
नदियों, नालों के बहाव क्षेत्रों के आसपास अत्यधिक अवैध निर्माण और अतिक्रमण होने से क्षेत्र सिकुड़ते जा रहे हैं।
उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश ने जो कहर बरपाया, उसने अब तक 28 लोगों की…
तूफान आता है तो जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
जोशीमठ में प्राकृतिक त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक याचिका सुप्रीम कोर्ट…
भू एवं पर्यावरण विशेषज्ञ प्रोफेसर रवि चोपड़ा का कहना है कि आज जोशीमठ की बर्बादी के पीछे 1976 से लेकर…
उत्तराखंड के विभिन्न जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 250 से अधिक सड़कें भारी बारिश के कारण बंद पड़ी…
पर्यावरण विशेषज्ञों की माने तो बेतरतीब निर्माण और कई दशकों से पेड़ों का कटान इस तबाही के लिए जिम्मेदार हैं।
पांच साल में उत्तराखंड में 7993 हादसे हो चुके हैं, जिनमें 5028 लोगों की जान चुकी है। पांच साल का…
कुदरती आपदाओं के कारण भारत में विस्थापित हो रहे लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
आज भी चेचक को छोटी माता के रूप में संबोधित किया जाता है, उसे देवी माता के प्रकोप का परिणाम…
आपदाएं आमतौर पर अनपेक्षित घटना होती हैं जो मनुष्य के नियंत्रण से बाहर होती हैं और आमतौर पर उसे प्राकृतिक…