भारत में 75 फीसदी की आबादी सुरक्षा जीवन बीमा से कवर नहीं है। इसका मतलब है कि 25 फीसदी आबादी ही ऐसी है, जो जीवन बीमा का लाभ ले रही है। इंडिया स्पेंड के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में जीवन बीमा की पहुंच 2.72 फीसदी थी। जीवन बीमा को बाकी आबादी तक पहुंचाने के लिए, केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना शुरू की है।

इस सुर‍क्षा बीमा योजना के तहत 18 से 70 वर्ष आयु होना चाहिए। साथ ही उनके पास एक बैंक अकाउंट भी होना चाहिए। अगर कोई बैंक खाते के तहत इस योजना के साथ जुड़ना चाहता है, तो वह 1 जून से लेकर 31 मई से पहले ऑटो डेबिट विकल्‍प चुन सकता है और इस योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना के तहत खाते को जोड़ने पर पैसा आपके खाते से अपने आप ही प्रीमियम के तौर पर कट जाएगा।

पीएम सुरक्षा बीमा के तहत और क्‍या मिलता है लाभ

इस योजना के तहत जोखिम कवरेज आकस्मिक मौत और पूर्ण विकलांगता के लिए 2 लाख रुपये का लाभ दिया जाता है। आंशिक विकलांगता के लिए 1 लाख दिया जाता है। प्रीमियम का साल में एक किश्त के रूप में भुगतान किया जाता है, जो ‘ऑटो-डेबिट’ सुविधा के माध्यम से खाताधारक के बैंक खाते से 20 रुपये प्रति वर्ष की कटौती की जाती है। ऑटो डेबिड तभी हो सकती है जब खाताधारक ने इसकी अनुमति दी हो।

कौन पेश करता है यह बीमा

सार्वजनिक क्षेत्र की सामान्य बीमा कंपनियों या किसी अन्य बीमा कंपनी की ओर से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की पेशकश की जाती है, जो आवश्यक अप्रूवल के साथ समान शर्तों पर उत्पाद की पेशकश करते हैं। वहीं इन कंपनियों का समझौता अन्‍य बैंकों के साथ भी होता है।

इन स्थितियों में बीमा कवन बंद हो जाएगा

बता दें कि दुर्घटना बीमा कुछ शर्तों पर समाप्त हो जाएगा, जब व्यक्ति 70 वर्ष की आयु तक पहुंच जाता है। इसके अलावा, अपर्याप्त शेष राशि के साथ खाता बंद करना, एक से अधिक बीमा कवल लेने पर, किसी तकनीकी गड़बड़ी, प्रशासनिक कारणों सहित अन्य कारण से भी यह बीमा समाप्‍त हो जाएगा।