आधार से वोटर आईडी को लिंक (Aadhar Card Link with Voter ID) करने की कवायत शुरू हो चुकी है। महाराष्‍ट्र में यह प्रक्रिया 1 अगस्‍त से शुरू की जाएगी, जबकि मध्‍य प्रदेश समेत कई जगहों पर वोटर आईडी को लिंक किया जा रहा है। आधार कार्ड से वोटर आईडी कार्ड को लिंक करने की प्रक्रिया काफी सरल है, जिसे आप आसानी से घर बैठे भी पूरा कर सकते हैं।

पिछले दिनों कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सुप्रीम कोर्ट में आधार से वोटर आईडी को लिंक करने की प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए, उन्‍हें दिल्‍ली हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी। अब ऐसे में आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि आधार कार्ड को वोटर आईडी कार्ड से लिंक करना कितना सुरक्षित (Aadhar Voter ID Link Safety) है?

क्या आधार को वोटर आईडी से जोड़ना अनिवार्य है?

आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक कराने पर कानून बनया गया है। इसके बाद से आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने का प्रोसेस शुरू किया जा रहा है। लोकसभा में बिल पेश करने के दौरान ही सरकार ने स्‍पष्‍ट किया था कि आधार से वोटर आईडी को लिंक करने लोगों की इच्‍छा पर निर्भर करेगा।

कितना सुरक्षित है आधार से वोटर आईडी लिंक करना

विपक्ष का कहना है कि आधार से अगर वोटर आईडी को लिंक किया जाता है तो “निजता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन” हो सकता है। बड़े पैमाने पर डेटा लीक और अवैध पोर्टलों पर व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक होने की आशंका है।

वहीं इंडियन एक्‍सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने पर व्‍यक्तिगत जानकारी लीक होने का खतरा हो सकता है। पहला आधार से वोटर आईडी लिंक करने पर मतदाता सूची का दुरुप्रयोग हो सकता है। हालाकि सरकार का कहना है कि आधार से वोटर आईडी लिंकिंग से वोटिंग फर्जीवाड़ा रुकेगा। साथ ही अपने शहर से दूर रहने वाले लोग भी आधार की मदद से वोट डाल सकते हैं।