यूपी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी – अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। छोटी पार्टियां भी अपने जातिगत समीकरण के हिसाब से यूपी की सत्ता पर काबिल होने के रास्ते तलाश रही हैं। सुभासपा पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर बीजेपी से अलग होने के बाद अपनी रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। योगी सरकार में मंत्री रहे ओपी राजभर बीजेपी पर अब कई आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी की अर्थी निकालूंगा और उसके पीछे राम नाम सत्य का नारा भी लगेगा।
ओमप्रकाश राजभर ने मायावती के शासनकाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनके समय में लॉ एंड ऑर्डर नंबर 1 था। उन्होंने बीजेपी पर धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘ भारतीय जनता पार्टी की अर्थी निकालूंगा और पीछे राम नाम सत्य का नारा लगेगा। इन्होंने समाज को जो धोखा दिया है…. ओमप्रकाश राजभर को.. इनको हम गंगा जी और श्मशान घाट पहुंचाएंगे।’
उन्होंने कांग्रेस की तारीफ में कहा कि आज मैं फिर से कह रहा हूं जो कांग्रेस ने किया वो किसी ने नहीं किया है। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि 7 साल से मोदी सरकार है और वह कांग्रेस की बनाई हुई संपत्ति बेचने में लगी हुई है। इसके साथ ही कई जातियों का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि यह कुछ ऐसी जातियां हैं जिनको लोगों ने सुना ही नहीं होगा। उन्होंने किसान के मुद्दे पर विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि राजभर ने कहा कि किसानों ने हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने वाले सपा और बसपा की राजनीति में कील ठोकने का काम किया है।
उन्होंने बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा पर भी निशाना साधा। जब उनसे सवाल किया गया कि मोर्चे में असदुद्दीन ओवैसी है या नहीं? उसके जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि हां हमारे साथ सब लोग हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी 400 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि अभी हाल में ही ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया था कि अगर समाजवादी पार्टी सिर्फ छोटे दलों से समझौता कर ले, तो अगले विधानसभा चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा था कि बीजेपी को लेकर पूरे राज्य की जनता में नाराजगी है।