धर्मांतरण के आरोप में उत्तर प्रदेश एटीएस ने ग्लोबल पीस सेंटर के और जमीयत-ए-वलीउल्लाह के अध्यक्ष मौलाना कलीम सिद्धकी को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस के मुताबिक कलीम सिद्धकी के धर्मांतरण का नेटवर्क पाकिस्तान से है। इसी मुद्दे को लेकर एक न्यूज़ चैनल पर डिबेट हो रही थी। जिसमें योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने अखिलेश यादव और मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी मुख़्तार अंसारी और अतीक़ अहमद के चरणो में पड़ी रहती थी।

न्यूज़ 18 इंडिया के शो ‘आर – पार’ में हो रही इस डिबेट के दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया द्वारा बीजेपी पर कई आरोप लगाए गए थे। जिसका जवाब देते हुए शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि यह समाजवादी पार्टी का जो हमारा बौखलाया हुआ साथी है। इनके रिश्तेदार क्या पकड़ लिए गए, ऐसा बौखलाए हैं कि टीवी पर बिल्कुल चिल्लाए ही जा रहे हैं।

उन्होंने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह आतंकवादियों को वैचारिक रूप से साथ देने वाले लोग हैं। अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि इन की प्रेस कॉन्फ्रेंस निकालकर दिखाइए जरा कि जब लखनऊ में हमारी सुरक्षा एजेंसियों और आतंकवादियों के बीच एक घातक मुठभेड़ चल रही थी। उस समय सपा प्रमुख कह रहे थे कि मुझे सुरक्षा एजेंसियों पर भरोसा नहीं है।

शलभ मणि त्रिपाठी ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जिनको देश की एजेंसियों पर भरोसा नहीं है। ये कहते हैं कि चुनाव के वक्त गिरफ्तारी हो रही है। उन्होंने सपा प्रवक्ता से पूछा कि अरे भाई अतीक़ अहमद और मुख़्तार अंसारी के ऊपर कारवाई कब की गई? एंकर ने बीच में रोकते हुए शलभ मणि त्रिपाठी से कहा कि राजनीतिक पार्टियां मुख़्तार अंसारी के नाम पर सवाल पूछने पर चुप रहती हैं।

उनकी इस बात पर शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि आप सही कह रहे हैं। बसपा और सपा की सरकारें मुख़्तार अंसारी और अतीक़ अहमद के चरणों में पड़ी रहती थी। यह बात उत्तर प्रदेश की जनता बहुत अच्छी तरीके से जानती हैं।