संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ( S. Jaishankar) ने पाकिस्तान के पत्रकार को ऐसा जवाब दिया है कि वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर जमकर वायरल हो रहा है। पाकिस्तानी पत्रकार ने दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर सवाल पूछा था। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह सवाल पाकिस्तान के मंत्री से पूछा जाना चाहिए कि कब तक वह आतंकवाद का सहारा लेते रहेंगे। एस जयशंकर के जवाब में कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा ऐसा सवाल
एस जयशंकर ने पाकिस्तानी पत्रकार ने सवाल पूछा कि ‘दक्षिण एशिया को कब तक यह आतंकवाद झेलना पड़ेगा जो नई दिल्ली, काबुल और पाकिस्तान से फैल रहा है?’ इसके जवाब में एस जयशंकर ने कहा कि आप गलत मंत्री से पूछ रहे हैं कि आखिर यह कब तक चलेगा। आपको पाकिस्तान के मंत्री से यह पूछना चाहिए क्योंकि वही बता सकते हैं कि पाकिस्तान कब तक आतंकवाद का सहारा लेता रहेगा। दुनिया मूर्ख नहीं है और न कुछ भूलती है।”
कुमार विश्वास ने की तारीफ
इस पर कुमार विश्वास ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि जोर का झटका, सभ्य तरीके से। @Sarveshvarpare3 यूजर ने लिखा कि इसमें एक सीख है, “आपके पास तर्क हैं तो चिल्लाने की जरूरत नहीं होती है”। @thelogical09 यूजर ने लिखा कि सही व्यक्ति को सही पद पर बैठाया है। @alokshere यूर ने लिखा कि मुझे आश्चर्य है कि कितने भारतीय पत्रकार यह सवाल पाक मंत्रियों या जनरलों से पूछ सकते हैं?
लोगों के रिएक्शन
@anshumania007 यूजर ने लिखा कि भारत के इस तरह के रवैये और प्रतिनिधित्व से पूरी दुनिया को यह संदेश जाता है कि भारत का समय आ गया है और यह अब एक वैश्विक शक्ति है। @hemuhere यूजर ने लिखा कि पाकिस्तानी पत्रकार ने ओवर स्मार्ट बनने की कोशिश की लेकिन वह एक गलत आदमी से पंगा ले रहा था, जयशंकर ने उसे आईना दिखाया! @JaiHindKB यूजर ने लिखा कि वैश्विक विश्व अर्थव्यवस्था के लिए पाकिस्तान सबसे बड़ा आतंकवाद खतरा है। अमेरिका, यूरोप और बाकी दुनिया को एकजुट होकर पाकिस्तान को दिए जाने वाले फंड में कटौती करनी चाहिए।
बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के केन्द्र के रूप में देखती है। उन्होंने यह भी कहा कि दो साल के कोविड-19 महामारी के दौर के बावजूद वैश्विक समुदाय यह नहीं भूला है कि आतंकवाद की इस बुराई की जड़ कहां है।