किसान आंदोलन खत्म हो जाने के बाद भी भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत किसानों से जुड़े मुद्दे पर सक्रिय नजर आ रहे हैं। किसानों के विषय पर वह लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर उन्होंने एक समाचार चैनल से बातचीत की। जिसमें उनसे पूछा गया कि यूपीए सरकार के समय आप कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन क्यों नहीं करते थे? इसका उन्होंने जवाब दिया।

न्यूज़ 18 यूपी उत्तराखंड के साथ बातचीत में एंकर ने राकेश टिकैत से पूछा, ” सरकार किसान विरोधी कैसे हैं। जब आप की सारी मांगे पूरी हो गई है?” इसके जवाब में टिकैत ने कहा – हमारे अनाजों का भाव मिल जाए तो हमें किसी सरकार से कोई दिक्कत नहीं है। जिस हिसाब से सामान महंगे हो रहे हैं उस हिसाब से बाजार में हमारे अनाज नहीं बेचे जा रहे हैं।

एंकर ने जब उनसे एमएसपी को लेकर पूछा कि यह तो किसी भी सरकार के समय नहीं था। आप इसके माध्यम से चुनावी मुद्दे को विस्तार देने का काम कर रहे हैं? जिससे साफ होता है कि आप इस मुद्दे के जरिए चुनाव में बीजेपी का विरोध करेंगे? टिकैत ने जवाब दिया, “2011 में एमएसपी को लेकर एक कमेटी बनाई गई थी, आज के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे।”

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उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बताया कि तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि एमएसपी गारंटी कानून बनना चाहिए। उसका ड्राफ्ट तैयार किया था। उस समय कि भारत सरकार को इन्होंने ड्राफ्ट को दिया था। एंकर ने पूछा कि कांग्रेस के सभी आंदोलन क्यों नहीं किया? राकेश टिकैत ने कहा कि हम उस टाइम जब आंदोलन कर रहे थे तो बीजेपी वाले हमारे साथ थे।

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उन्होंने दावा किया कि बीजेपी वालों ने कहा था कि हमारी सरकार आएगी तो हम एमएसपी पर कानून बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इसीलिए हमने उस सरकार को हटाया था। 2014 के बाद से हम इसी बात का इंतजार कर रहे हैं। आंदोलन खत्म किए जाने को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि जब जरूरत होगी हम फिर से आंदोलन कर लेंगे। बीज को खत्म नहीं किया जाता है क्योंकि अगर बीच खत्म हो गया तो फसल नष्ट हो जाएगी।