किसान नेता राकेश टिकैत के ‘चाचा जान’ वाले बयान पर अब उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का ‘चाचा जान’ बताया था। किसान नेता के बयान पर योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने पलटवार करते हुए कहा है कि जिनके पास कोई काम नहीं होता वही लैला- मजनूं करते रहते हैं।
दरअसल राकेश टिकैत ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी के ‘चाचा जान’ असदुद्दीन ओवैसी यूपी आ गए हैं। अगर ओवैसी बीजेपी को गाली भी देंगे तब भी उनके खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज होगा क्योंकि बीजेपी और ओवैसी एक ही टीम है। उनके इसी बयान पर बीजेपी नेता मोहसिन रजा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम लोग तो काम करने वाले लोग हैं।
उन्होंने कहा योगी आदित्यनाथ की सरकार में उत्तर प्रदेश में अभूतपूर्व काम हुए हैं। इसी बात से विपक्ष के लोग बेचैन हैं….कुछ लोग हैं जो अपनी आदत से बाज नहीं आते वह लैला – मजनूं का ही खेल खेलना चाहते हैं। वो ‘अब्बा जान’ ‘भाई जान’ ‘चाचा जान’ ‘अम्मी जान’ इसी पर सियासत केंद्रित करना चाहते हैं। मोहसिन रजा के इस जवाब पर जब पूछा गया कि ‘अब्बा जान’ की शुरुआत तो आप लोगों ने ही की…. क्यों नहीं विकास के नाम पर चुनाव लड़ने की कोशिश कर रहे हैं?
इसके जवाब में मोहसिन रजा ने कहा कि हम खुले मंच से विकास की बात कर रहे हैं। ये कौन लोग हैं जो तुष्टीकरण की बात कर रहे हैं। ये कौन लोग हैं जो ‘चाचा जान’ ‘अम्मी जान’ और ‘भाई जान’ की बात कर रहे हैं। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘ अगर आपको ‘मुल्ला मुलायम’ का ख़िताब मिल जाता है तो आप बहुत खुश हो जाते हैं। लेकिन कोई कह दे ‘अब्बा जान’.. तो कहेंगे कि नफरत की बात क्यों कर रहे हैं आप लोग।’
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने भी योगी आदित्यनाथ के ‘अब्बा जान’ वाले बयान पर कहा है कि इनकी राजनीति ऐसे ही चीजों पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा चुनाव में सबको ‘अब्बा जान’ भी याद आएंगे और ‘अम्मी जान’ भी। मालूम हो कि पिछले दिनों एक सभा को संबोधित करने के दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 2017 के पहले लोगों तक राशन नहीं पहुंच पाता था क्योंकि ‘अब्बा जान’ कहने वाले राशन हज़म कर जाते थे।