यूपी विधानसभा चुनाव के विषय पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत एक समाचार चैनल से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे एंकर रोमाना ईसार खान ने सवाल किया कि अखिलेश यादव, मायावती और योगी आदित्यनाथ में से कौन सबसे ज्यादा किसानों का हितैषी है? किसान नेता के इस जवाब को आगे पढ़िए।
दरअसल यह इंटरव्यू एबीपी न्यूज़ के शो ‘घोषणा पत्र’ में हो रहा था। जिसमें एंकर ने टिकैत से पूछा, ‘ आपने पिछले तीनों सरकारों का राज देखा है। इन तीनों सरकारों में किसने किसानों का हित चाहा है।’ टिकैत ने जवाब दिया कि किसानों के साथ अगर सरकार बातचीत करती रहे तो कोई सरकार खराब नहीं होती। एंकर ने अपना सवाल दोहराया तो उन्होंने कहा कि मैं क्यों किसी के बीच कंपीटीशन करके बताऊं।
एंकर ने उनसे कहा कि आप इस सवाल पर भी गोलमोल जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, ‘ हमारा सभी मुख्यमंत्रियों के साथ रिश्ता अच्छा रहता है।’ उन्होंने आगे मायावती का जिक्र कर कहा कि हमने उनसे जो भी कहा, उस पर उन्होंने काम किया। अखिलेश यादव से मिलकर भी हमने बहुत सारी पॉलिसी बनवाई। इसके साथ उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ से भी साढ़े तीन काम करवाएं।
उनके जवाब पर एंकर ने सवाल पूछा कि इसके हिसाब से तो योगी आदित्यनाथ के वापस लौटने की गुंजाइश है? टिकैत ने कहा – जनता जिसको बनाना चाहेगी, वह बन जाएगा। योगी जी जिसके रहमोंकरम पर हैं..। एंकर ने पूछा कि योगी जी किसके रहमों करम पर हैं? इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली वालों की… और दिल्ली वालों की पॉलिसी खराब है।
एंकर ने पूछा कि आप पीएम मोदी की ओर इशारा कर रहे हैं? इस पर टिकैत ने कहा कि यह सब तो आप बता दो। जानकारी के लिए बता दें कि टिकैत ने लोगों से अपील की है कि वह बीजेपी को वोट ना दें। इसके साथ जब उनसे अखिलेश यादव और जयंत चौधरी को समर्थन देने पर सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि वह किसी को भी समर्थन नहीं दे रहे हैं।