महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर जन सुराज के संचालक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पद यात्रा का शुभारंभ कर दिया है। उन्होंने महात्मा गांधी की कर्मभूमि पश्चिम चंपारण के भितिहरवा से पदयात्रा शुरू करने का ऐलान किया है। नीतीश कुमार और भाजपा का साथ छोड़ने के बाद प्रशांत किशोर की इस यात्रा को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। पद यात्रा को लेकर खुद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इस संबंध में जानकारी दी है।
प्रशांत किशोर ने किया पदयात्रा का ऐलान
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा कि देश के सबसे गरीब और पिछड़े राज्य बिहार में व्यवस्था परिवर्तन का दृढ़ संकल्प, पहला महत्वपूर्ण कदम – समाज की मदद से एक नई और बेहतर राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए अगले 12-15 महीनों में बिहार के शहरों, गांवों और क़स्बों में 3500KM की पदयात्रा होगी, बेहतर और विकसित बिहार के लिए जनसुराज!
लोगों की प्रतिक्रियाएं
प्रशांत किशोर के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। @nikujee यूजर ने लिखा कि नहीं, आप ये अपने भविष्य के लिए कर रहे हैं। जिसने भारत का भविष्य खतरे में डाल दिया, (प्रधान मंत्री का इलेक्शन मैनेजमेंट किया था आपने?), उसको बिहार भला क्यों नेतृत्व देगा? बिहार कभी नहीं स्वीकार करेगा आपको। आलोक कुमार ने लिखा कि ये राहुल की यात्रा से कितना अलग है?
एक यूजर ने लिखा कि एक नेता भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे हैं और एक बिहार में पद यात्रा, लग रहा है कामयाबी के लिए अब यात्रा का विकल्प ज्यादा आसान हो गया है। @BMNBBHARTI16 यूजर ने लिखा कि आप ही कहते हैं कि कोई बिहार को बदलने की बात करता है तो यह मूर्खता है और इसके बाद आप ही कह रहे हैं कि बिहार को बदलने के लिए 3500km की पद यात्रा करेंगे।
बता दें कि प्रशांत किशोर एक राजनीतिक रणनीतिकार हैं। पीएम मोदी के चुनावी कैंपेन के लिए काम कर चुके प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के करीबी रह चुके हैं। इसके बाद दोनों के बीच मनमुटाव हुआ और दोनों अलग हो गए। भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार पर प्रशांत किशोर ने तीखा हमला बोला था। इसके बाद नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच मुलाकात की खबर भी आमने आई थी! देखने वाली बात होगी कि आने वाले चुनाव में प्रशांत किशोर कितना असर दिखाते हैं।