Bihar Politics: कभी बिहार के सीएम और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार के साथ काम कर चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब महागठंबधन सरकार और खासकर, मुख्यमंत्री पर हमलावर रहे हैं। प्रशांत किशोर के हमलों का जदयू ने भी जोरदार जवाब दिया है। दोनों तरफ से जारी जुबानी जंग के बीच, ऐसी खबरें थीं कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर ने मुलाकात की है। नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए इसकी पुष्टि की। साथ ही उन्होंने पवन वर्मा को लेकर भी बात की।
मीडियाकर्मियों ने जब सीएम नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर और उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, “मुलाकात हुई है लेकिन ऐसी कोई खास बात नहीं हुई है, साधारण बातचीत हुई है।” पवन वर्मा के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, “वह मेरे पुराने साथी हैं और उन्होंने एक दिन फोन किया था कि वह मिलना चाहते हैं।”
क्या उनकी मुहिम से जुड़ने के सिलसिले में कोई बात हुई है? इस पर नीतीश कुमार ने कहा, “ऐसी कोई बात नहीं हुई है। सामान्य बातचीत हुई है, किसी तरह की रणनीति को लेकर बात नहीं हुई है। हमारा उनका पहले से संबंध है और अगर कोई मिलना चाहता है तो इसमें क्या दिक्कत है।” क्या प्रशांत किशोर साथ आ सकते हैं? इस सवाल पर टालने के अंदाज में नीतीश कुमार ने कहा कि ये सारी बातें आप लोग उनसे ही पूछ सकते हैं। नीतीश के इस बयान के बाद अटकलों का बाजार गर्म है।
पवन वर्मा ने छोड़ दिया था टीएमसी का साथ
पवन वर्मा ने पिछले महीने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने करीब 10 महीने पहले, नवंबर 2021 में टीएमसी ज्वाइन की थी। पवन वर्मा के इस्तीफे के बाद से ही इस बात के कयास लगाए जाते रहे हैं वह एक बार फिर नीतीश कुमार के खेमे में जा सकते हैं। बता दें कि पवन वर्मा को नीतीश कुमार ने 2020 में जदयू से निष्कासित कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी की पार्टी का दामन थाम लिया था।