प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार यानी 29 सितंबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम पहुंचें। जहां उन्होंने 36 वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक महल शब्दों से परे है। खेल की दुनिया के आने वाले सुनहरे भविष्य के लिए आगाज है। उन्होंने पिछली सरकारों का निशाना साधते हुए यह भी कहा कि हमने खेलों में परिवारवाद को खत्म किया है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे।
पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश में खेल का सामर्थ्य दिखाने की क्षमता भारत में पहले भी थी। ये विजय अभियान पहले भी शुरू किया जा सकता था लेकिन खेलों में जो व्यावहारिकता होनी चाहिए थी। उसकी जगह परिवारवाद और भ्रष्टाचार ने ले रखी थी। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि हमने इसकी सफाई भी की और युवाओं में खेलों के प्रति एक भरोसा भी जताया।
लोगों ने यूं कसे तंज
पत्रकार रणविजय सिंह ने लिखा कि, ‘पीएम मोदी ने कहा, खेलों में परिवारवाद में जगह ले रखी है। कुछ लोग जय शाह, अनुराग ठाकुर और सिंधिया जी के बेटे का नाम लिखने लगेंगे। कितने गलत लोग हैं।’ पीस पार्टी के प्रवक्ता शादाब चौहान ने पीएम मोदी के बयान पर तंज कसते हुए कमेंट किया, ‘और उसके लिए जय शाह को बीसीसीआई का सेक्रेटरी बनाया। ग्रेट स्टेप नरेंद्र मोदी जी।’ विपिन राठौर नाम के ट्विटर यूजर सवाल करते हैं कि जय शाह के बारे में क्या ख्याल है?
मनीष नाम के एक यूजर लिखते हैं कि यहां मोदी जी जय शाह के बारे में नहीं बात कर रहे हैं? प्रभाकर मिश्रा नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया, ‘ सहमत हूं लेकिन कुछ अपवादों को छोड़कर। बीसीसीआई वाले भी नजरअंदाज किए जा सकते हैं।’ अशोक कुमार पांडे नाम के एक यूजर ने तंज कसते हुए कमेंट किया – जय शाह बकायदा रणजी खेल कर BCCI के पदाधिकारी बने हैं?
कुश नाम के एक ट्विटर यूजर ने सवाल किया – मोदी जी जनता को जय शाह का स्ट्राइक रेट भी बता देते? राकेश वैष्णव नाम के एक यूजर ने पूछा कि अरे मोदी जी, जय शाह के बारे में आप क्या सोचते हैं? जानकारी के लिए बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह एशियन क्रिकेट काउंसिल के प्रेसिडेंट हैं।