सोशल मीडिया पर आए दिन कोई ना कोई वीडियो सुर्खियों में रहते हैं। एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में नई दिल्ली के शाहीन बाग को लेकर एक मुस्लिम युवक रिपोर्टर से कह रहा है कि यहां पर बुलडोजर चलाने के लिए जिगरा चाहिए होगा। वायरल वीडियो को लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

वायरल वीडियो में क्या है? : इस वीडियो में कुछ मुस्लिम युवकों से रिपोर्टर द्वारा सवाल किया जाता है कि सरकार का कहना है, शाहीन बाग जैसे इलाके में अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा? इसके जवाब में युवक ने पूरे जोश के कहा, ‘ तुम्हें विश्वास है कि शाहीन बाग में बुलडोजर आ जाएंगे?’ इस पर रिपोर्टर द्वारा दोबारा पूछा गया कि क्या सरकार चाहेगी तो यहां पर बुलडोजर नहीं आ सकता है?

युवक द्वारा कहा गया कि शाहीन बाग का नाम सुना है आपने… एक बार अपने मुंह से बोल शाहीन बाग.. फिर महसूस कर लो शाहीन बाग। युवक ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां पर बुलडोजर लाने के लिए बहुत बड़ा जिगरा चाहिए। वहीं जब दिल्ली के जहांगीरपुरी को लेकर युवक से सवाल किया गया तो उसने कहा कि हमने तो वहां की कार्रवाई देखकर इग्नोर मार दिया। हमने तो सब्र..।

यूजर्स ने किए ऐसे कमेंट्स : रिचा राजपूत नाम की एक बीजेपी कार्यकर्ता ने इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘ बेटे तुमने योगी आदित्यनाथ का नाम सुना है एक बार बोल कर देखो..।’ शिवम खुराना नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया – मेरे देश में कुछ लोग कहते हैं कि अल्पसंख्यक डरे हुए हैं, अगर इनके अंदर डर है तो इस तरह के बयान कैसे दे रहे हैं। सुशील शर्मा नाम के एक यूजर ने इस वीडियो को अमित शाह के लिए एक चैलेंज बताया।

वीएचपी नेता विनोद बंसल ने इस वीडियो पर कमेंट किया, ‘ कुछ लोग शाहीन बाग को पाकिस्तान में ही मानते हैं।’ रविशंकर नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया – इस तरह के उन्माद फैलाने वाले लोग सांप्रदायिक हिंसा को बढ़ाते हैं। पुलिस विभाग को ऐसे लोगों पर नजर रखने की जरूरत है। सौरभ शर्मा नाम के एक यूजर पूछते हैं कि भाई इस तरह का कॉन्फिडेंस कहां से आता है?

दिल्ली के जहांगीरपुरी में चला था बुलडोजर : नई दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के अवसर पर शोभा यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान सांप्रदायिक हिंसा की घटना हुई थी। जिसके बाद MCD ने एक्शन लेते हुए इस इलाके के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा दिया था। जिसको लेकर कई राजनैतिक दल आमने-सामने आ गए थे।