दिल्ली के रोहिणी में एक नाबालिग लड़की की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। रोहिणी के शाहबाद डेयरी इलाके में हुई इस वारदात का वीडियो देखकर आप भी सिहर उठेंगे। लड़की की निर्मम हत्या की वारदात सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। जिस वक्त हत्यारा साहिल लड़की पर चाकू और पत्थरों से हमले कर रहा था, उसका वहां कई अन्य लोग भी नजर आ रहे थे। लेकिन किसी ने भी साहिल को रोकने की कोशिश नहीं की। इस पर सांसद गौतम गंभीर ने आक्रोश व्यक्त किया है।
नाबालिग की हत्या पर क्या बोले गौतम गंभीर?
दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट कर लिखा है, “अगर अपनी बहन या बेटी पर ऐसा वहशी हमला होता तो भी क्या ये लोग ऐसे ही चलते चले जाते। जानवर सिर्फ वो नहीं, सब हैं!” गौतम गंभीर के इस ट्वीट पर तमाम लोगों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
सोशल मीडिया पर आ रहे ऐसे रिएक्शन
@iNishant4 यूजर ने लिखा, “बिलकुल सही गौतम जी, गुजरने और देखने वाले अगर हिम्मत दिखाते तो शायद साक्षी बच जाती, पर ऐसा हो ना पाया। आपसे एक अनुरोध है कि एक सांसद के तौर पर आप सुनिश्चित कीजिये कि हत्यारे को जल्द से जल्द उसके गुनाह की सजा मिले और उसे फांसी पर लटकाया जाए।” एक यूजर ने लिखा, “गंभीर जी ने बहुत अच्छी बात कही है लेकिन अब एक बार ये भी बोल देना चाहिए कि कानून व्यवस्था LG/ अमित शाह के हाथ में है, दोनों के दोनों फेल साबित हुए हैं।”
अर्पित आलोक मिश्र ने लिखा कि एकदम सही, चाकुओं के वार के बीच ‘पार्क में टहलने जैसे बगल से निकलते लोग’ ही साहिल जैसे हत्यारे को इतनी हिम्मत देते हैं।@arpitsr59124391 यूजर ने लिखा, “दिल्ली के LG क्या कर रहे हैं? कानून व्यस्था उनके हाथ में है। उनके लिए अध्यादेश बनाया गया है सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरुद्ध जाकर तो उत्तर दाई वही हैं, जवाब दें कि ऐसे कैसे चलेगी दिल्ली।”
नाबालिग लड़की की हत्या का वीडियो इतना भयावह है कि हर कोई उसे देख भी नहीं सकता! आरोपी साहिल की उम्र 20 साल बताई जा रही है, जिसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली महिला आयोग का ट्वीट
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा है- “मैंने इतना डराने वाला केस कभी नहीं देखा। दिल्ली महिलाओं और बच्चियों के लिए बहुत ही असुरक्षित और असंवेदनशील है। जिस दिन इस देश की पुलिस व्यवस्था सुधर जाएगी उस दिन किसी की हिम्मत नहीं होगी कि किसी भी महिला या बच्ची के खिलाफ कुछ भी कर जाए, आज जो हो रहा है वे पूरी तरह से कानून व्यवस्था की असफलता को दर्शाता है।”