चुनावी बादल छाते ही उत्तर प्रदेश में अपने काम गिनाने की होड़ सी लग गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इन दिनों योगी आदित्यनाथ की सरकार और उनके कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं। यूपी के अंबेडकर नगर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा, पूर्वांचल एक्सप्रेस—वे आगरा एक्सप्रेस—वे से अच्छा नहीं है।

उन्होंने कहा, आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे में आप चाय का कप लेकर गाड़ी में बैठेंगे तो वो नहीं छलकेगा। लेकिन बाबा ने जो सड़क बना दी है अगर उसपर गाड़ी की स्पीड बढ़ा दें तो कमर और पेट दर्द हो जाएगा।

माफियाओं पर बुलडोजर की कार्रवाई पर सपा प्रमुख ने कहा, हम समाजवादी हैं जो लैपटॉप देना भी जानते हैं और जरूरत पड़ने पर बुलडोजर चलाना भी जानते हैं। उन्होंने बीजेपी सरकार पर अपने वायदे पूरे न करने का आरोप लगाया। अखिलेश ने कहा, मुख्यमंत्री ने छात्रों को लैपटॉप नहीं बांटे, क्योंकि उन्हें लैपटॉप चलाना नहीं आता है।

उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या किसान इस बात को भूल जाएंगे कि लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचला गया था। महंगाई के मुद्दे पर अखिलेश ने कहा, बीजेपी द्वारा गांव-गांव में लाल सिलेंडर बांटा गया लेकिन आज उसकी कीमत क्या है? हमारे बाबा मुख्यमंत्री कभी-कभी लाल रंग से घबराते हैं, कहीं वो सिलेंडर का नाम और रंग न बदल दें। पेट्रोल डीजल के दाम कम करने पर अखिलेश ने कहा, उपचुनाव में हार मिली तो पेट्रोल की कीमतें नीचे आ गई है और अगर उत्तर प्रदेश में हार जाएंगे तो कीमतें और नीचे आएंगी।

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने इटावा में आयोजित एक रैली में कहा था कि कोरोना के संकटकाल में दूसरे दलों के लोग होम आइसोलेशन में थे। बबुआ घर में दुबके हुए केवल ट्विटर पर ही खेलते रहे।