दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थय मंत्री सत्येन्द्र जैन ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। एनआई ने मुताबिक मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है। CBI को मिली पांच दिन की हिरासत के खिलाफ मनीष सिसोदिया की ज़मानत याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के पास जाने की बात कही थी। अब करीब एक साल से जेल में बंद चल रहे सत्येन्द्र जैन के साथ मनीष सिसोदिया ने भी इस्तीफ़ा दे दिया है तो सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया का इस्तीफा
सत्येन्द्र जैन करीब एक साल से जेल में हैं, लेकिन उनका इस्तीफ़ा नहीं लिया गया था। वहीं मनीष सिसोदिया के पांच दिन की हिरासत के बाद ही इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया गया है, इस पर कांग्रेस समेत तमाम नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इसे दिल्ली की जनता की जीत कहा है।
उठाये जा रहे हैं ऐसे सवाल
दिल्ली कांग्रेस की तरफ से लिखा गया है कि शराब घोटाले के आरोपी मनीष सिसोदिया और मनी लांड्रिंग केस में जेल में बंद सत्येंद्र जैन ने आखिरकार मंत्री पद से इस्तीफा दे ही दिया, जिसकी मांग कांग्रेस काफी समय से कर रही थी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि- इन सब घोटालों के पीछे ‘असली मास्टरमाइंड’ केजरीवाल अपने पद से इस्तीफा कब देंगे? भाजपा की तरफ से कहा गया है कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का मंत्री पद से इस्तीफा केजरीवाल ने किया स्वीकार, अब ये साबित हो गया कि कट्टर भ्रष्टाचारी थे आप के यार।
अभिषेक उपाध्याय ने लिखा है कि जिन अरविंद केजरीवाल ने गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप में महीनों से जेल में पड़े सत्येंद्र जैन का इस्तीफ़ा नहीं होने दिया, आख़िर उन्हीं अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के गिरफ़्तार होते ही दोनों के इस्तीफ़े क्यों करवा दिये? क्या मनीष सिसोदिया ही सीबीआई का “ट्रंप कार्ड” हैं? पप्पू यादव ने लिखा कि अरविंद केजरीवाल की राजनीति का नया शिकार मनीष सिसोदिया। इतने दिन तक सत्येन्द्र जैन जेल में रहकर स्वास्थ्य मंत्री बने रहे। मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी होने के दो दिन के अंदर उनका इस्तीफ़ा ले लिया। है न कमाल।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट की ज़बरदस्त फटकार से आप की नींद टूटी, आख़िरकार मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को इस्तीफ़ा देना ही पड़ा। केजरीवाल जी नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा तो आपका भी बनता है। कांग्रेस नेत्री अलका लांबा ने लिखा कि केजरीवाल सिसौदिया को बहुत पहले से ही निपटाने की फ़िराक़ में थे, पर कुछ यूं भ्रष्टाचार में फंसा कर निपटाएगें, सोचा नहीं था।