केंद्र में भाजपा का सामना करना के लिए विपक्ष कई बार एकजुटता दिखाने की कोशिश करता है लेकिन नेतृत्व को लेकर हमेशा खींचतान लगी रहती है। कांग्रेस की तरफ से आरोप लगाया जाता है कि ममता बनर्जी कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रही है और वोट काट रही हैं। अब ममता बनर्जी ने कहा कि ना तो वो प्रधानमंत्री बनना चाहती हैं और ना ही एक भी सीट पश्चिम बंगाल में किसी के लिए छोड़ना चाहती हैं।

हाल ही में इंडिया टुडे कानक्लेव में जब ममता बनर्जी से सवाल पूछा गया कि कांग्रेस की तरफ से आप पर आरोप लगाये जा रहे हैं कि ममता बनर्जी कथित सेक्युलर या बीजेपी विरोधी वोट को काट रही हैं। इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि ‘हे भगवान! कांग्रेस कौन होती बोलने वाली कि मैं क्या करूं? मुझे जो करना है वो मैं कर रही हूं।’

ममता बनर्जी ने कहा कि ‘कांग्रेस को जमीन पर उतरना चाहिए, अपनी पार्टी मजबूत करनी चाहिए। मुझे पर आरोप न लगायें। वो नहीं कर पा रहे हैं तो मुझे क्यों रोकना चाहते हैं। अगर मुझे नॉनवेज पसंद नहीं तो आप भी ना खाएं, ऐसा थोड़ी होता है। पंजाब में आप ने चुनाव लड़ा, मैं यूपी गई, अखिलेश के लिए प्रचार किया..चुनाव नहीं लड़ा सिर्फ मदद की।’

इस पर एंकर राजदीप सरदेसाई ने फिर कांग्रेस से जुड़ा सवाल पूछा तो ममता बनर्जी ने कहा कि ‘आप कांग्रेस-कांग्रेस क्यों कर रहे हैं?’ राजदीप ने कहा कि मैं कांग्रेस की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि शरद पवार कहते हैं कि कांग्रेस के बिना केंद्र में लड़ाई संभव नहीं है। आप कहती हैं कि आपको भी केंद्र में आना है? KCR भी तैयारी कर रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल भी खुद को भविष्य का नेता मान रहे हैं, क्या आपको लगता है कि केंद्र में विपक्ष की एकजुटता के लिए कांग्रेस जरूरी है?

इस पर ममता बनर्जी ने कहा कि ‘मुझे कोई बड़े पोस्ट में दिलचस्पी नहीं है। कभी-कभी हमें समझौता करना चाहिए। मुझे प्रधानमंत्री क्या किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मेरा देश विकास करना चाहिए, युवाओं को नौकरी मिले , किसान मुस्कुराएं, महिला सशक्तिकरण हो, मेरी इसमें दिलचस्पी है लेकिन मेरी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।’

बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के चुनाव के लिए ममता बनर्जी से पहल की थी और लगभग सभी विपक्षी दल के नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेता यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने अपना साझा उम्मीदवार बनाया है। ममता बनर्जी विपक्षी एकजुटता की एक बड़ी स्तम्भ मानी जाती हैं।