गुजरात के कृषि और पशुपालन मंत्री राघवजी पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मंत्री महोदय आदिवासी दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम में पूजा के दौरान आदिवासियों की प्रथा के अनुसार शराब दी गई, जिसे वह प्रसाद समझकर पी लिए।

प्रसाद समझकर पी गये शराब!

कार्यक्रम गुजरात के नर्मदा में आयोजित किया गया था। 9 अगस्त, बुधवार को नर्मदा के डेडियापाड़ा तालुका में विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम रखा गया था। इस सरकारी कार्यक्रम में मंत्री राघवजी पटेल शामिल हुए थे। कार्यक्रम में पूजा के दौरान जब उन्हें दोने में देशी शराब दी गई जिसे उन्होंने पी ली। वहीं अन्य लोगों ने उसे चढ़ा दिया था।

शराब पीने पर दी ये सफाई

हालांकि जब मंत्री जी से शराब पीने के कारण के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें आदिवासियों के इस प्रथा के बारे में जानकारी नहीं थी। वीडियो में डेडियापाड़ा के पूर्व भाजपा विधायक मोतीलाल वसावा, पूर्व नर्मदा जिला भाजपा प्रमुख शंकर वसावा और अन्य स्थानीय नेताओं के साथ, पुजारी भी दिखाई दे रहे हैं। जहां अन्य लोग पुजारी के निर्देशों के पालन कर रहे थे तो वहीं मंत्री राघवजी पटेल देशी शराब पी लिए।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है और लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। राधिका खेड़ा ने वीडियो पर लिखा, ‘जिस विचारधारा के लोग भगवान श्री राम को सिर्फ अपनी राजनीति के लिए इस्तेमाल करते हैं, उस BJP के नेता शराब को चरणामृत ही समझेंगे। वैसे गुजरात तो dry state है ना?’ राजीव ने लिखा, ‘यही अगर
राहुल गांधी ने किया होता या जैसे मास्क लगा कर अशोक गहलोत ने किया था तो उनका कितना मजाक बना था।’

आलोक अंबेडकर ने लिखा, ‘गुजरात की ऐसी खबर पर कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।’ श्रीराम चौधरी ने लिखा, ‘वो सब ठीक है, गलती हो जाती है लेकिन शराब गुजरात पहुंची कैसे? गुजरात में तो शराब बैन है।’ एक अन्य ने लिखा, ‘जब किसी को जरूरत पड़ती है तो वह मौका मिलते ही चौका जरूर मारता है। हो सकता है मंत्री जी को काफी दिनों से ना मिली हो और मिली तो खुद पर कंट्रोल नहीं रख पाए होंगे।’